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ग्रेटर नोएडा के किसानों का 30 जुलाई को आर-पार की लड़ाई का ऐलान

ग्रेटर नोएडा के किसानों ने 30 जुलाई को प्राधिकरण के खिलाफ एक निर्णायक महापंचायत का ऐलान किया है। किसानों का कहना है कि वे अपने हक के लिए लड़ाई लड़ेंगे और इस बार कोई समझौता नहीं होगा। बैठक में किसानों ने अपनी प्रमुख मांगें रखीं, जिसमें भूमि अधिग्रहण बिल का कार्यान्वयन और मुआवजे की मांग शामिल है। पुलिस ने भी इस महापंचायत को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। जानें इस संघर्ष की पूरी कहानी।
 

किसानों की हुंकार

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा के किसान 30 जुलाई को प्राधिकरण के खिलाफ निर्णायक संघर्ष की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने गांवों में जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है। किसानों का कहना है कि उन्हें हर बार आश्वासन दिया जाता है, लेकिन इस बार वे अपने हक के लिए लड़ाई लड़ेंगे। महापंचायत की तैयारियों के तहत बुधवार को दनकौर कस्बे में वीरू नागर के निवास पर एक बैठक आयोजित की गई।


किसानों की प्रमुख मांगें

किसानों की मांग है कि सभी प्रभावित किसानों को 6 प्रतिशत के भूखंड आवंटित किए जाएं। इसके अलावा, भूमि अधिग्रहण बिल को लागू किया जाए और बढ़ा हुआ मुआवजा तुरंत दिया जाए। सर्वेक्षण कार्य को सही तरीके से संपन्न किया जाना चाहिए।


बैठक में किसानों की आवाज

दनकौर कस्बे में हुई बैठक में किसानों ने कहा कि 30 जुलाई को होने वाली महापंचायत में वे सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर लेकर पहुंचेंगे। इस बार वे आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं। इस अवसर पर पवन खटाना, रॉबिन नागर, लाला यादव, धर्मपाल स्वामी, सुरेंद्र नागर, अनित कसाना, अजीत चाहत, चंद्रपाल बाबू, भगत सिंह प्रधान और विनोद पंडित ने किसानों की आवाज को मजबूती से उठाया।


पुलिस की तैयारियां

किसानों द्वारा 30 जुलाई को महापंचायत का ऐलान किए जाने के बाद, पुलिस ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में पुलिस बल तैनात रहेगा। महापंचायत के दिन किसानों ने प्राधिकरण पर तालाबंदी का ऐलान किया है, जिससे इसे रोकने के लिए प्रशासन ने पहले से ही कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।