×

ग्रेटर नोएडा में वन सिटी वन ऑपरेटर की फाइनल डीपीआर एक महीने में तैयार होगी

ग्रेटर नोएडा में वन सिटी वन ऑपरेटर परियोजना की फाइनल डीपीआर अगले एक महीने में तैयार की जाएगी। एसीईओ प्रेरणा सिंह ने जल-सीवर विभाग की समीक्षा बैठक में इस संबंध में जानकारी दी। जल और सीवर के मास्टर प्लान-2041 पर भी चर्चा की गई। एसीईओ ने जल मीटर लगाने की योजना का भी उल्लेख किया, जिससे जल की बर्बादी को रोका जा सकेगा। जानें इस परियोजना के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
 

वन सिटी वन ऑपरेटर परियोजना की समीक्षा

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में वन सिटी वन ऑपरेटर की अंतिम विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) अगले एक महीने में तैयार की जाएगी। इस संबंध में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने जल-सीवर विभाग की कार्यों की समीक्षा बैठक में जानकारी दी। बैठक के दौरान, जलापूर्ति के लिए वन सिटी वन ऑपरेटर परियोजना की डीपीआर तैयार कर रही एजेंसी ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट प्रस्तुत की। एसीईओ ने निर्देश दिया कि फाइनल डीपीआर अगले महीने तक तैयार हो जाए।


जल और सीवर के मास्टर प्लान पर चर्चा

जल और सीवर के मास्टर प्लान पर भी चर्चा
बैठक में जल और सीवर के मास्टर प्लान-2041 पर भी प्रस्तुतीकरण दिया गया। एसीईओ ने इस पर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर, प्राधिकरण शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति और रखरखाव के लिए एक एजेंसी की नियुक्ति की योजना बना रहा है। इसकी डीपीआर तैयार की जा रही है।


डीपीआर की समय सीमा

सितंबर तक तैयार करनी होगी डीपीआर
एसीईओ प्रेरणा सिंह इस परियोजना की नियमित समीक्षा कर रही हैं। अंतरिम रिपोर्ट पहले ही तैयार हो चुकी है, जिस पर एजेंसी ने शुक्रवार को प्रस्तुतीकरण दिया। एसीईओ ने फाइनल डीपीआर को सितंबर के मध्य तक तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, एसीईओ ने जल विभाग को स्मार्ट वाटर मीटर परियोजना में तेजी लाने के लिए भी कहा।


जल मीटर लगाने की योजना

10 फीसदी कनेक्शन पर लगेंगे वॉटर मीटर
पहले चरण में 10 फीसदी कनेक्शन पर जल मीटर लगाने की योजना है। इससे जल की बर्बादी को रोका जा सकेगा और सप्लाई में सुधार होगा। एसीईओ ने जल की गुणवत्ता की नियमित जांच कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बेहतर सप्लाई के लिए चेकलिस्ट का पालन करने की सलाह दी। सीवर विभाग की समीक्षा करते हुए, एसीईओ ने कहा कि सीवर से संबंधित किसी भी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाए।