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ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सुपरटेक इको विलेज-1 में पानी की समस्या पर हंगामा

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इको विलेज-1 सोसाइटी में पानी की कमी ने निवासियों को सड़क पर उतरने पर मजबूर कर दिया। मेंटेनेंस कंपनी के कर्मचारी अनुपस्थित हैं, और समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। निवासियों का कहना है कि उन्हें लाखों रुपये मेंटेनेंस के लिए दिए गए हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। जानें इस संकट की पूरी कहानी और निवासियों की चिंताएं।
 

पानी की कमी से परेशान निवासी

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इको विलेज-1 सोसाइटी अब समस्याओं का केंद्र बन गई है। रविवार को पानी की अनुपलब्धता के कारण लोग सड़क पर उतर आए। इस स्थिति में मेंटेनेंस ऑफिस के कर्मचारी वहां मौजूद नहीं थे। यह पहली बार नहीं है, क्योंकि इस सोसाइटी में अक्सर कोई न कोई समस्या उत्पन्न होती रहती है। निवासियों का कहना है कि मेंटेनेंस के नाम पर उनसे लाखों रुपये लिए जा रहे हैं, लेकिन उन्हें लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।


पानी की समस्या का समाधान नहीं

3 अगस्त को इस सोसाइटी में बेसमेंट में जलभराव की समस्या भी उत्पन्न हुई थी। हाल ही में रक्षाबंधन के दिन भी लगभग 10 टावर के निवासियों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ा। रविवार को भी इसका समाधान नहीं किया गया, जिसके चलते निवासियों ने सोसाइटी के गेट नंबर 1 के सामने सड़क जाम कर दी। पुलिस बल मौके पर मौजूद था, लेकिन मेंटेनेंस कंपनी ग्रैविटी के कर्मचारी गायब थे।


सुनवाई का अभाव

ग्रेनो वेस्ट की इस हाईराइज सोसाइटी में करोड़ों रुपये खर्च कर फ्लैट खरीदने वाले हजारों परिवार अब बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना कर रहे हैं। हाल ही में कई टावरों में बिजली की समस्या भी उत्पन्न हुई थी, लेकिन इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है।


टावर डी-2 में रहने वाले प्रशांत उपाध्याय ने कहा कि मेंटेनेंस के लिए पैसे लेने के बावजूद उन्हें न तो पर्याप्त पानी मिल रहा है और न ही बिजली। शिकायत करने पर सभी एक-दूसरे पर आरोप लगाते हैं, लेकिन समाधान नहीं होता। उनके घर में एक नवजात बच्ची है, और वे चिंतित हैं कि उसे कहां ले जाएं।


स्टाफ की अनुपस्थिति

एफ-5 के निवासी राकेश गौतम ने बताया कि पानी की समस्या लगभग एक महीने से चल रही है। ग्रैविटी नाम की एजेंसी ने मेंटेनेंस का ठेका लिया है, लेकिन उनके अधिकारी न तो सुनते हैं और न ही समस्या का समाधान करते हैं। वे हमेशा बिल्डर की गलती बताते हैं, जबकि मेंटेनेंस का पैसा खुद लेते हैं। एक पंप भी अभी तक नहीं लगाया गया है।


जब भी सोसाइटी में कोई समस्या होती है, तो पूरा मेंटेनेंस स्टाफ गायब हो जाता है। निवासियों का कहना है कि उन्होंने ग्रैविटी के मनु त्यागी को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।