ग्वालियर में प्यार की सच्चाई: 22 वर्षीय युवक की हत्या का मामला
ग्वालियर में दिल दहला देने वाली घटना
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जो यह दर्शाती है कि प्यार कभी-कभी जानलेवा भी हो सकता है। उम्र का अंतर, झूठ और ब्लैकमेलिंग ने एक 22 वर्षीय युवक की जान ले ली। गिरवाई थाना क्षेत्र में घटित इस घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है।
इस युवक का नाम जावेद खान था। वह केवल 22 साल की उम्र में टैक्सी चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। दो साल पहले उसकी जिंदगी में नगीना खान नाम की एक महिला आई। नगीना ने खुद को 22 साल की अविवाहित लड़की बताया और जावेद को अपने प्यार के जाल में फंसा लिया। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और शारीरिक संबंध भी बने। जावेद को लगा कि उसने सच्चा प्यार पाया है।
नगीना वास्तव में जावेद के ही मकान में किराए पर रह रही थी, और उसके साथ उसकी सात साल की बेटी भी थी। किरायेदार से दोस्ती, फिर प्यार और गहरे रिश्ते तक का सफर कुछ ही महीनों में तय हो गया। जावेद को इस बात का अंदाजा नहीं था कि जिस महिला पर वह जान छिड़क रहा है, उसकी असलियत कुछ और है।
सच्चाई का खुलासा और ब्लैकमेलिंग का सिलसिला
सच सामने आया, तो शुरू हुआ ब्लैकमेल
एक दिन जावेद को नगीना की असलियत का पता चला। वह न तो 22 साल की थी, न ही कुंवारी। असल में, वह 36 साल की एक शादीशुदा महिला थी, जिसके तीन बच्चे थे। जब जावेद ने रिश्ता तोड़ने की कोशिश की, तो नगीना ने उसे धमकी दी कि अगर उसने रिश्ता खत्म किया या किसी को बताया, तो वह उसके खिलाफ झूठा बलात्कार का मामला दर्ज करवा देगी। इसके साथ ही उसने उनके अंतरंग वीडियो और फोटो वायरल करने की धमकी भी दी। जावेद डर के मारे चुप रहा, लेकिन ब्लैकमेलिंग का सिलसिला यहीं नहीं रुका। नगीना ने जावेद से लगातार पैसे मांगने शुरू कर दिए।
जावेद की दुखद मौत
नगीना ने जावेद से लाखों रुपए ऐंठे
पुलिस जांच में यह सामने आया कि नगीना ने जावेद से लाखों रुपए ऐंठ लिए। जब जावेद के पास देने के लिए कुछ नहीं बचा, तो नगीना बौखला गई और ब्लैकमेलिंग करने लगी। यह कहानी अपने सबसे दर्दनाक मोड़ पर पहुंची जब जावेद ने नगीना के घर के दरवाजे पर ग्रिल से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। जावेद की मौत के बाद नगीना घबरा गई और उसने तुरंत फंदा काटकर, साफी (जिससे फंदा बनाया) को छिपा दिया और चाकू आंगन में फेंक दिया।
फिर वह जावेद को लेकर जेएएच के ट्रॉमा सेंटर पहुंची, जहां उसने डॉक्टरों को एक 'फिल्मी' कहानी सुनाई कि "वह मेरे घर के गेट से टिका खड़ा था, आवाज़ नहीं दी तो हाथ लगाया और ज़मीन पर गिर पड़ा।" लेकिन डॉक्टरों ने जब जांच की, तो पता चला कि जावेद की मौत हो चुकी थी और उसके गले पर कसने के निशान थे।