चंडीगढ़ में गर्मी के कारण बिजली कटौती से बढ़ी समस्याएं
गर्मी और बिजली कटौती का संकट
पिछले पांच दिनों से चंडीगढ़ में बढ़ती गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है, और इसके साथ ही बार-बार बिजली कटने की समस्या भी सामने आ रही है। शहर के विभिन्न सेक्टरों और कॉलोनियों में बिजली की लाइनें ओवरलोड होने के कारण शॉर्ट सर्किट की घटनाएं बढ़ गई हैं। शुक्रवार को बिजली की खपत 460 मेगावॉट तक पहुंच गई, जो कि पिछले दिन से 5 मेगावॉट कम थी।
बिजली कटौती से नागरिकों में असंतोष
इसके बावजूद, शहर के विभिन्न हिस्सों में आधे से एक घंटे तक बिजली कटौती होती रही। ओवरलोडिंग के कारण शुक्रवार को मिल्क कॉलोनी धनास में एक तार शॉर्ट सर्किट हो गया, जिससे लोगों को तपती धूप में हैंड फैन से काम चलाना पड़ा। नागरिकों का कहना है कि इस बार बिजली सप्लाई में समस्याएं प्राइवेट कंपनी के कारण उत्पन्न हो रही हैं।
सीपीडीएल पर नाराजगी
चंडीगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (सीपीडीएल) से लोग नाराज हैं, क्योंकि उनकी शिकायतों का समाधान दो घंटे से पहले नहीं किया जा रहा है। शहर में 2.37 लाख बिजली उपभोक्ता हैं, और गर्मियों में बिना कटौती के बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सीपीडीएल जिम्मेदार है।
पुरानी समस्याएं और बढ़ती शिकायतें
बिजली विभाग ने 1 फरवरी से संजीव गोयनका ग्रुप की सीपीडीएल को हैंडओवर कर दिया है। हालांकि, कंपनी के पास बिजली की पर्याप्त आवंटन है, लेकिन पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर और कर्मचारियों के कारण समस्याएं बढ़ रही हैं। सीपीडीएल प्रबंधन का कहना है कि गर्मी के कारण शिकायतों की संख्या में वृद्धि हुई है।
अधिकांश क्षेत्रों में बिजली की आंख मिचौली
सेक्टर-30बी में एक फीडर खराब होने से बिजली की आंख मिचौली जारी है। खुड्डा लाहौरा फेज वन कॉलोनी में तीन दिनों से लो वोल्टेज की समस्या है। कॉलोनी के निवासियों ने शिकायत केंद्र पर कई बार फोन किया, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला।
सेक्टर-30 में बिजली कटौती की स्थिति
सेक्टर-30 में पिछले दो दिनों में कई बार बिजली कटने की घटनाएं हुई हैं। शुक्रवार को दिनभर में 12 बार बिजली कट गई, जिसमें से कई बार 5-5 मिनट के लिए बिजली आई और फिर आधा-आधा घंटा गुल रही। यहां के निवासियों ने इस स्थिति के खिलाफ विरोध भी जताया है।