×

चीन ने भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की इच्छा जताई

चीन ने भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की है, खासकर अमेरिका के साथ संबंधों में चुनौतियों के बीच। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वे भारत के साथ मतभेदों को सुलझाने और उच्च-स्तरीय संवाद को बढ़ावा देने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा, भारत से चीन के लिए सीधी उड़ानें अगले महीने से फिर से शुरू होने की संभावना है। जानें इस संबंध में और क्या कहा गया है।
 

भारत-चीन संबंधों पर चीन की प्रतिक्रिया

नई दिल्ली - भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती चुनौतियों पर चीन ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि भारत और चीन दोनों ही बड़े विकासशील देश हैं और वैश्विक दक्षिण के महत्वपूर्ण सदस्य हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चीन भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है और मतभेदों को सही तरीके से सुलझाने की बात की है।


भारत और चीन के बीच बढ़ती नजदीकियां

अमेरिका के साथ टैरिफ विवाद के कारण संबंधों में आई गिरावट के बीच, भारत और चीन फिर से एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं। चीनी विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा जल्द ही होने वाली है, जबकि प्रधानमंत्री मोदी भी एससीओ की बैठक में भाग लेने के लिए चीन जाएंगे। इस यात्रा के संदर्भ में, लिन जियान ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति को लागू करने के लिए वे तैयार हैं।


सीधी उड़ानों का पुनरारंभ

भारत से चीन के लिए अगले महीने से सीधी उड़ानें फिर से शुरू होने की संभावना है। यह घोषणा अगस्त और सितंबर में होने वाले शंघाई सहयोग शिखर सम्मेलन के दौरान की जा सकती है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों की कुल जनसंख्या 2.8 अरब से अधिक है, और सीधी उड़ानों के पुनरारंभ से यात्रा और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।


चीन-भारत संबंधों का भविष्य

लिन जियान ने कहा कि चीन और भारत दोनों ही प्रमुख विकासशील देश हैं और एक-दूसरे की सफलता में सहयोग करना उनके लिए सही विकल्प है। उन्होंने कहा कि चीन भारत के साथ मिलकर राजनीतिक विश्वास को बढ़ाने, सहयोग का विस्तार करने और मतभेदों को उचित तरीके से सुलझाने के लिए तैयार है।