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जगन्नाथ रथ यात्रा में भगदड़: तीन श्रद्धालुओं की मौत

पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान एक दुखद भगदड़ की घटना हुई, जिसमें तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई। घटना सुबह के समय गुंडिचा मंदिर के पास हुई, जब श्रद्धालु अनुष्ठान देखने के लिए एकत्रित थे। भगदड़ का कारण ट्रकों का आगमन बताया जा रहा है, जिससे अफरा-तफरी मच गई। इस घटना में कई लोग घायल भी हुए हैं। ओडिशा के कानून मंत्री ने जांच का आश्वासन दिया है।
 

जगन्नाथ रथ यात्रा में मची भगदड़

जगन्नाथ रथ यात्रा भगदड़: रविवार की सुबह लगभग 4 से 5 बजे के बीच पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भगदड़ की घटना हुई। गुंडिचा मंदिर के निकट हुई इस भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई। घटना के समय बड़ी संख्या में श्रद्धालु अनुष्ठान देखने के लिए एकत्रित हुए थे। वहां उपस्थित लोगों ने बताया कि भगदड़ की वजह से स्थिति बिगड़ गई। एक श्रद्धालु ने कहा कि यहां व्यवस्था ठीक नहीं थी, जिससे यह हादसा हुआ। वहीं, कुछ का कहना था कि दो ट्रकों के आगमन से अफरा-तफरी मच गई।


भगदड़ का कारण क्या था?

गुंडिचा मंदिर के पास बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा हुए थे, जिनमें से 1,500 भक्त रथ पर सवार थे। ये सभी लोग मुख्य जगन्नाथ मंदिर से लगभग 3 किमी दूर गुंडिचा मंदिर के आसपास एकत्रित हुए थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, सुबह करीब 4 बजे चरमाला की लकड़ी से लदे दो ट्रक (जिन्हें पवित्र माना जाता है) सारधाबली क्षेत्र में पहुंचे।



इन ट्रकों के आने से श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया, जिसके परिणामस्वरूप भगदड़ हुई। इस घटना में कई लोग घायल हुए और तीन श्रद्धालुओं की दम घुटने से मृत्यु हो गई। एक पीड़िता के पति ने कहा कि जब यह घटना हुई, तो कोई भी प्रतिक्रिया देने के लिए मौजूद नहीं था, न तो अग्निशामक, न ही बचाव दल और न ही अस्पताल की टीम।


घटनास्थल पर स्थिति

एक चश्मदीद ने बताया कि लोग एक-दूसरे पर गिर रहे थे और कुछ ही मिनटों में कई लोग बेहोश हो गए। उन्होंने कहा कि वह मदद के लिए सूचना केंद्र की ओर भागे, लेकिन वहां कोई सहायता नहीं मिल सकी, क्योंकि एंबुलेंस घटनास्थल से लगभग एक किलोमीटर दूर थी। पुरी के एक निवासी ने कहा कि वह सुबह 3 बजे तक मंदिर में थे और प्रबंधन की स्थिति को ठीक नहीं बताया। ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।