जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से भूस्खलन: माता वैष्णो देवी यात्रा पर संकट
भूस्खलन से श्रद्धालुओं की जानें गईं
Jammu Kashmir Heavy Rain Alert : जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में मंगलवार दोपहर को एक गंभीर भूस्खलन ने माता वैष्णो देवी की यात्रा पर निकले छह श्रद्धालुओं की जान ले ली, जबकि कई अन्य घायल हो गए। त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित इस पवित्र स्थल की यात्रा को तुरंत रोक दिया गया है। यह घटना अधकुंवारी के निकट इंदरप्रस्थ भोज्नालय के पास दोपहर लगभग 3 बजे हुई, जो मंदिर के 12 किलोमीटर लंबे मार्ग का मध्य बिंदु है। राहत कार्यों के लिए सेना ने अपने जवानों को तैनात किया है, और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से घायलों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
बारिश का कहर, जानें गईं 10 लोग
बारिश का कहर, 24 घंटे में 10 मौतें...
इस घटना के साथ ही पिछले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर में कुल 10 लोगों की जान जा चुकी है। इससे पहले डोडा जिले में सुबह बादल फटने से चार लोगों की मौत हुई थी और कई घरों को नुकसान पहुंचा था। तेज बारिश ने कई क्षेत्रों को जलमग्न कर दिया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। अधिकांश नदियां और नाले खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
यात्रा मार्ग और यातायात प्रभावित
यात्रा मार्ग बंद, रेल और सड़क यातायात भी प्रभावित
तेज बारिश और भूस्खलन की चेतावनी के मद्देनजर रियासी, जम्मू, डोडा, किश्तवाड़, अनंतनाग और अन्य जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। श्रद्धालुओं से यात्रा स्थगित करने की अपील की गई है। पहले ही दिन में हिमकोटी मार्ग बंद कर दिया गया था, और पुराने मार्ग से यात्रा को दोपहर 1:30 बजे पूरी तरह रोक दिया गया। जम्मू जिले में रात के समय आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बारिश के कारण नेटवर्क सेवाएं भी बाधित हो गई हैं, क्योंकि कई स्थानों पर फाइबर ऑप्टिक केबल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। रेलवे ने जम्मू, उधमपुर और कटरा से चलने वाली 18 ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
जलस्तर में वृद्धि, सावधानी बरतने की सलाह
जलस्तर खतरे के पार, शेषनाग नाला ने तोड़ा रिकॉर्ड
पहलगाम के बेटाब वैली में शेषनाग नाले ने 6.02 फीट तक जलस्तर पहुंचाकर अब तक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जबकि इसका खतरे का निशान 5.09 फीट है। अधिकारियों का मानना है कि ऊपरी क्षेत्रों में बादल फटने जैसी स्थिति हो सकती है। इसी प्रकार, झेलम नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है और शाम तक और गंभीर हो सकता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग बंद, लोगों से सावधानी की अपील
राष्ट्रीय राजमार्ग बंद, लोगों से सावधानी की अपील
भूस्खलन और सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के कारण जम्मू-पठानकोट और जम्मू-श्रीनगर जैसे प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिए गए हैं। जम्मू-श्रीनगर हाईवे, जो कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र ऑल-वेदर मार्ग है, उसे एहतियातन सुबह बंद कर दिया गया। रामबन जिले के चंदरकोट, केला मोड़ और बैटरी चश्मा जैसे क्षेत्रों में पत्थर गिरने और लैंडस्लाइड की घटनाओं के चलते यातायात रोका गया है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे पहाड़ी ढलानों, नदियों और नालों के पास न जाएं, क्योंकि मौसम की स्थिति अभी भी खतरनाक बनी हुई है।