जम्मू में बादल फटने से बिगड़े हालात, राहत कार्य जारी
जम्मू में बादल फटने की घटनाएं
जम्मू में बादल फटने की घटनाएं: जम्मू क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में स्थिति गंभीर होती जा रही है। इस संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने संबंधित जिलों के उपायुक्तों को आपातकालीन राहत कार्यों के लिए अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
यह निर्णय प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने और राहत कार्यों को तेज करने के उद्देश्य से लिया गया है। फिलहाल, राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं। प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए हैं कि आवश्यक सहायता, भोजन, पानी और स्वास्थ्य सेवाएं समय पर लोगों तक पहुंचें।
टीमों की तैनाती और राहत कार्य
अधिकारियों की टीमें तैनात
प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों की टीमें लगातार तैनात हैं ताकि स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सके। अतिरिक्त धनराशि और राजनीतिक स्तर पर सक्रिय निगरानी से राहत एवं पुनर्वास कार्यों को गति मिलेगी। उमर अब्दुल्ला का व्यक्तिगत रूप से जम्मू जाकर हालात का आकलन करना स्थानीय लोगों में विश्वास जगाने वाला कदम माना जा रहा है।
जम्मू में स्थिति की गंभीरता
जम्मू प्रांत में खराब हालात
जम्मू प्रांत के कई हिस्सों में खराब हालात को देखते हुए प्रशासन राहत कार्यों की गति बढ़ाने की योजना बना रहा है। डिप्टी कमिश्नर हरविंदर सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पिछले तीन दिनों से चिनाब नदी के क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण दो स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। बादल फटने से एनएच 244 भी बह गया है। हमारी टीम उसे बहाल करने में जुटी है। इस आपदा में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है, लगभग 15 घरों को नुकसान हुआ है और गौशालाओं को भी क्षति पहुंची है। एक निजी स्वास्थ्य केंद्र को भी नुकसान हुआ है। तीन पैदल पुल बह गए हैं। उन्होंने बताया कि चिनाब नदी के किनारे की सड़कों पर लोगों की आवाजाही को सीमित कर दिया गया है और सुरक्षित स्थानों पर लोगों को पहुंचाया गया है।