ज़ुबीन गर्ग की मौत: रहस्य और साजिश के बीच उलझा मामला
19 सितंबर को ज़ुबीन गर्ग की अचानक मृत्यु ने पूरे देश में हलचल मचा दी। पहले यह एक साधारण डूबने का मामला समझा गया, लेकिन अब यह एक रहस्य में बदल गया है। उनकी पत्नी ने कई सवाल उठाए हैं, और जांच में कई गिरफ्तारियाँ हुई हैं। क्या यह एक दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई साजिश है? जानें इस रहस्यमय मामले के बारे में और क्या हो रहा है।
Oct 5, 2025, 09:38 IST
ज़ुबीन गर्ग की अचानक मृत्यु
ज़ुबीन गर्ग की मृत्यु: 19 सितंबर को प्रसिद्ध गायक ज़ुबीन गर्ग का अचानक निधन पूरे देश में सदमे की लहर लेकर आया। असम, बॉलीवुड और अन्य क्षेत्रीय फ़िल्मों में उनकी मधुर आवाज़ और विशाल प्रशंसक वर्ग के लिए जाने जाने वाले, उनके निधन ने प्रशंसकों को हतप्रभ कर दिया। जो पहले एक साधारण डूबने का मामला प्रतीत हो रहा था, अब वह एक रहस्य में बदल गया है, जिसमें कई मोड़, गिरफ्तारियाँ और अनुत्तरित प्रश्न शामिल हैं।
शुरुआत में, यह बताया गया था कि ज़ुबीन सिंगापुर के सेंट जॉन्स द्वीप के पास डूब गए थे। लेकिन जब असम सरकार ने मामले को विशेष जांच दल (SIT) को सौंपा, तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए, जैसे संदिग्ध फुटेज और विरोधाभासी रिपोर्टें। उस नौका पर वास्तव में क्या हुआ, यह आज भी एक पहेली बनी हुई है।
रहस्यमय परिस्थितियाँ
द स्ट्रेट्स टाइम्स और सिंगापुर पुलिस के अनुसार, ज़ुबीन को सेंट जॉन्स द्वीप के पास बेहोशी की हालत में पाया गया और अस्पताल ले जाने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके मृत्यु प्रमाण पत्र में डूबने का कारण बताया गया। लेकिन एक वायरल वीडियो ने सब कुछ बदल दिया।
इस वीडियो में ज़ुबीन एक नौका से समुद्र में गोता लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं। शुरुआत में उन्होंने लाइफ जैकेट पहनी हुई थी, लेकिन बाद में उसे उतार दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि वह पानी में संघर्ष करते हुए दिखाई दिए और पानी में गिरने से पहले तैरती हुई ट्यूब को पकड़ नहीं पाए। कई लोगों का मानना है कि यही वह क्षण था जब स्थिति गंभीर हो गई।
पत्नी ने उठाए सवाल
ज़ुबीन की पत्नी, गरिमा सैकिया गर्ग ने अधिकारियों पर भरोसा जताया, लेकिन कई गंभीर सवाल भी उठाए। उन्होंने बताया कि ज़ुबीन को आग और पानी से डर था, तो फिर उन्हें तैरने के लिए क्यों प्रेरित किया गया?
जब उनकी स्थिति बिगड़ी, तो तुरंत मदद क्यों नहीं दी गई? और उन्होंने उस सुबह तैरने की योजना के बारे में किसी को क्यों नहीं बताया?
28 सितंबर को, गरिमा ने औपचारिक रूप से सीआईडी को पत्र लिखकर गहन जांच की मांग की। इसके तुरंत बाद, असम के डीजीपी ने मामले की जांच के लिए 10 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया।
गिरफ़्तारियाँ, छापे और बढ़ता संदेह
पहली बड़ी गिरफ्तारी तब हुई जब ज़ुबीन के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा को गुरुग्राम में हिरासत में लिया गया और आयोजक श्यामकानु महंत को दिल्ली हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया। दोनों को गुवाहाटी ले जाया गया और 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
बाद में, गायिका अमृतप्रभा महंत और संगीतकार शेखरज्योति गोस्वामी को भी गिरफ्तार किया गया। अब तक चार लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। इन गिरफ्तारियों ने रहस्य को सुलझाने के बजाय और गहरा कर दिया है।
पोस्टमॉर्टम रहस्य और अंतर्राष्ट्रीय पहलू
सिंगापुर में ज़ुबीन की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण डूबना बताया गया था, लेकिन बाद में गुवाहाटी में दूसरा पोस्टमार्टम किया गया। वह रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है।
इस बीच, असम सरकार ने संकेत दिया है कि आवश्यकता पड़ने पर मामला सीबीआई को सौंपा जा सकता है। अगर गड़बड़ी की पुष्टि होती है, तो मुकदमा सिंगापुर में हो सकता है।
दुर्घटना या साज़िश?
ज़ुबीन गर्ग की मौत के महीनों बाद भी, उनकी मृत्यु का रहस्य लाखों लोगों को परेशान कर रहा है। क्या यह एक दुखद दुर्घटना थी, या उसके पीछे कुछ और भयावह था?
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है और प्रशंसक न्याय की मांग कर रहे हैं, एक बात तो तय है - असम की आवाज भले ही खामोश हो गई हो, लेकिन उनकी मौत की सच्चाई दबने का नाम नहीं ले रही है।