जुबीन गर्ग की असामयिक मृत्यु पर असम सरकार की सख्त कार्रवाई
जुबीन गर्ग की अचानक मृत्यु
Zubeen Garg Death: असम के प्रिय गायक जुबीन गर्ग की सिंगापुर में अचानक मृत्यु ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस घटना के बाद असम सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य सरकार जुबीन की मृत्यु की विस्तृत जांच कराएगी। पुलिस उन सभी व्यक्तियों से पूछताछ करेगी जो उनके अंतिम क्षणों में उनके साथ थे। इसके अलावा, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानू मेहता और जुबीन के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा के खिलाफ मोरिगांव थाने में कई FIR दर्ज की गई हैं।
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, 'असम पुलिस जुबीन की मृत्यु की सभी परिस्थितियों की जांच करेगी। मेहता और शर्मा सहित उनके साथ मौजूद सभी लोगों को बुलाकर पूछताछ की जाएगी।' उन्होंने यह भी बताया कि जुबीन को मृत्यु से एक रात पहले किसी पार्टी में ले जाया गया था, इसकी सच्चाई की भी जांच की जाएगी। सिंगापुर में पोस्टमॉर्टम पूरा हो चुका है और उनका शव अब भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया है। सरमा ने सिंगापुर के उच्चायुक्त से बात की है, जिन्होंने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।
जुबीन, जिन्हें उनके प्रशंसक 'जुबीन दा' के नाम से जानते थे, सिंगापुर नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में भाग लेने गए थे। 20 सितंबर को उनका एक शो होना था। शुक्रवार को दोस्तों के साथ समुद्री क्रूज पर स्कूबा डाइविंग करते समय उन्हें सांस लेने में कठिनाई हुई। बिना लाइफ जैकेट के तैरते हुए वे बेहोश हो गए। आसपास के लोगों ने सीपीआर दिया, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कुछ रिपोर्टों में हृदयाघात या पानी में दौरे का जिक्र किया गया है।
जुबीन गर्ग की मृत्यु पर असम सरकार की बड़ी कार्रवाई
यह घटना इतनी रहस्यमयी लग रही है कि प्रशंसकों और परिवार में गुस्सा भड़क गया है। सोशल मीडिया पर #JusticeForZubeen ट्रेंड कर रहा है। लोग सवाल कर रहे हैं कि इवेंट आयोजक ने सुरक्षा का ध्यान क्यों नहीं रखा? क्या प्रबंधक ने कोई लापरवाही की? असम में जुबीन के घर के बाहर सैकड़ों प्रशंसक इकट्ठा हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने सरूसजई स्टेडियम में अंतिम संस्कार की व्यवस्था की समीक्षा की है। उन्होंने कहा, 'जुबीन के पिता बीमार हैं, परिवार से चर्चा के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। जोरहाट (उनका पैतृक स्थान) के निवासियों की मांग पर स्मारक भी बन सकता है।'
जुबीन गर्ग का सफर प्रेरणादायक था। 1972 में मेघालय के तुरा में जन्मे इस कलाकार ने असमिया संगीत से अपने करियर की शुरुआत की। 2006 में 'गैंगस्टर' फिल्म का 'या अली' गाना उन्हें स्टार बना गया। उन्होंने 40 भाषाओं में 3000 से अधिक गाने गाए, फिल्में बनाई और असम की संस्कृति को नई ऊंचाई दी।