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जुबीन गर्ग की रहस्यमयी मौत: असम सरकार ने सिंगापुर से कानूनी सहायता मांगी

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जुबीन गर्ग की रहस्यमयी मौत की जांच के लिए सिंगापुर से कानूनी सहायता मांगी है। 19 सितंबर को सिंगापुर में उनकी मौत ने पूरे देश में शोक की लहर दौड़ाई। इस मामले में पारदर्शी जांच की मांग के बीच, असम पुलिस ने विशेष जांच दल का गठन किया है। मुख्यमंत्री ने न्याय सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है।
 

मुख्यमंत्री सरमा का महत्वपूर्ण कदम

Zubeen Garg Case: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को जानकारी दी कि राज्य सरकार ने केंद्र से सिंगापुर के साथ पारस्परिक कानूनी सहायता संधि (MLAT) लागू करने का औपचारिक अनुरोध किया है। यह कदम प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग की रहस्यमय मौत की जांच को आगे बढ़ाने और सच्चाई की खोज में मदद करने के लिए उठाया गया है।


सरमा का बयान

सरमा ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा किया कि असम सरकार ने जुबीन के दुखद निधन के मामले में सिंगापुर के साथ एमएलएटी लागू करने के लिए गृह मंत्रालय को अनुरोध भेजा है। इसके लागू होने से सिंगापुर प्रशासन से आवश्यक सहयोग प्राप्त होगा, जिससे मामले की जानकारी हासिल करना और आरोपियों को भारत लाना संभव होगा।




जुबीन गर्ग की मौत पर उठे सवाल

52 वर्षीय जुबीन गर्ग का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय हुआ। उनकी मौत ने असम और पूरे देश में शोक की लहर पैदा कर दी। अगले दिन गुवाहाटी के पास कमरकुची में उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया।


हालांकि, उनकी मौत को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया था कि यह घटना स्कूबा डाइविंग के दौरान हुई, लेकिन उनकी पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने स्पष्ट किया कि जुबीन लाज़रस द्वीप पर तैर रहे थे, जब उन्हें दौरा पड़ा। उन्होंने स्कूबा डाइविंग की बातों को पूरी तरह से नकार दिया।


पारदर्शी जांच की मांग

लोगों की बढ़ती नाराज़गी और संभावित गलत खेल की आशंकाओं के बीच, सरकार ने मामले की गहन जांच शुरू की है। असम पुलिस ने जुबीन की मौत की परिस्थितियों की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि यदि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाई गई, तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।


उन्होंने यह भी संकेत दिया कि राज्य सरकार इस मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपने के पक्ष में है ताकि जांच और अधिक पारदर्शी हो सके। साथ ही, उन्होंने बताया कि संदिग्धों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है।


न्याय दिलाने का संकल्प

सरमा ने दोहराया कि जुबीन गर्ग केवल असम ही नहीं, बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक धरोहर थे। उनके अचानक निधन ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि न्याय सुनिश्चित करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार सभी आवश्यक कदम उठाएगी।