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जैसलमेर में दिवाली रात का रहस्यमय विस्फोट: सुरक्षा एजेंसियों की जांच जारी

जैसलमेर में दिवाली की रात एक रहस्यमय विस्फोट ने क्षेत्र में दहशत फैला दी। यह धमाका एक मार्बल फैक्ट्री में हुआ, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू की। श्रमिकों ने एक भारी धातु की वस्तु और पैराशूट पाया, जिससे यह संदेह हुआ कि यह सीमा पार से आई हो सकती है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई के बारे में।
 

जैसलमेर विस्फोट की घटना


जैसलमेर विस्फोट: राजस्थान के जैसलमेर जिले में, जो भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट स्थित है, दिवाली की रात एक रहस्यमय विस्फोट ने क्षेत्र में आतंक फैला दिया। यह धमाका एक मार्बल फैक्ट्री के अंदर हुआ, जिसकी जांच अब भारतीय सेना द्वारा की जा रही है।


यह घटना सोमवार की रात हुई, जब अचानक एक तेज धमाके ने फैक्ट्री के श्रमिकों और आस-पास के निवासियों को भयभीत कर दिया। फैक्ट्री में काम करने वाले श्रमिक अर्जुनदास ने बताया कि पहले उन्हें लगा कि यह दिवाली के पटाखों की आवाज है, लेकिन जब वे बाहर निकले, तो उन्होंने देखा कि फैक्ट्री की टिन शेड की छत में एक बड़ा छेद है और जमीन पर आग जल रही है। उन्होंने आग बुझाई और गंभीरता को समझे बिना वापस सोने चले गए।


भारी धातु की वस्तु का मिलना

जमीन पर पड़ी मिली भारी वस्तु


अगली सुबह जब श्रमिक मौके पर लौटे, तो उन्होंने जमीन पर एक भारी धातु की वस्तु देखी, जिस पर '51 मिमी' और 'ILLG' अंकित था। पास में एक पैराशूट भी मिला, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह वस्तु हवा से धीरे-धीरे गिरी होगी। घबराए अर्जुनदास ने तुरंत फैक्ट्री के मालिक को सूचित किया, जिन्होंने पुलिस को खबर दी।


सुरक्षा एजेंसियों की जांच

सुरक्षा एजेंसियों ने शुरू की जांच


सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस अधिकारी प्रेमदान रतनू अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने क्षेत्र को घेराबंदी की और प्रारंभिक जांच शुरू की। पुलिस ने वस्तु को सुरक्षित किया और सेना के बम निरोधक दल को बुलाया। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि यह वस्तु किसी इल्यूमिनेटिंग प्रोजेक्टाइल की हो सकती है, जिसका उपयोग रात के अभियानों में क्षेत्र को रोशन करने के लिए किया जाता है। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।


इस औद्योगिक क्षेत्र में हुई घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार, जांच टीमें यह पता लगाने में जुटी हैं कि यह वस्तु सीमा पार से मिसफायर होकर आई है या फिर किसी सैन्य अभ्यास के दौरान गलती से इस क्षेत्र में गिरी। फिलहाल, सेना और पुलिस की संयुक्त टीम मामले की गहन जांच कर रही है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।