ट्रंप ने इजरायल के कतर में हमास पर हमले पर दी प्रतिक्रिया
ट्रंप की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल द्वारा कतर में हमास के नेतृत्व पर किए गए हमले पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का स्वतंत्र निर्णय था, जिसमें अमेरिका की कोई भागीदारी नहीं थी। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, "कतर, जो एक संप्रभु राष्ट्र और अमेरिका का करीबी सहयोगी है, पर एकतरफा बमबारी करना, जो शांति की स्थापना के लिए हमारे साथ जोखिम उठा रहा है, न तो इजरायल के हित में है और न ही अमेरिका के लक्ष्यों को आगे बढ़ाता है।"
हमास के खिलाफ कार्रवाई का महत्व
उन्होंने आगे कहा, "हालांकि, हमास को समाप्त करना, जो गाजा में निवासियों की दुखद स्थिति का लाभ उठा रहा है, एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है।" ट्रंप ने कतर को वॉशिंगटन का मजबूत सहयोगी मानते हुए हमले के स्थान पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की।
व्हाइट हाउस का बयान
व्हाइट हाउस ने जारी किया बयान
व्हाइट हाउस ने भी इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट की। प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा, "राष्ट्रपति कतर को अमेरिका का मजबूत सहयोगी और मित्र मानते हैं और इस हमले के स्थान को लेकर बहुत दुखी हैं।" यह बयान इजरायल द्वारा कतर में हमास के खिलाफ किए गए हमलों के कुछ घंटों बाद आया, जिसमें अमेरिका ने असहमति जताई।
कतर में इजरायली हमले का विवरण
कतर में इजरायली हमले
मंगलवार (9 सितंबर) को कतर की राजधानी दोहा में कई विस्फोट हुए, जब इजरायल ने हमास के वरिष्ठ नेताओं पर अभूतपूर्व हमले किए। फलस्तीनी उग्रवादी समूह ने दावा किया कि हमले में छह लोग मारे गए, जिनमें उनके शीर्ष वार्ताकार का बेटा भी शामिल है, लेकिन उनके वरिष्ठ नेता बच गए। कतर ने कहा कि इस हमले में उनका एक सुरक्षा अधिकारी भी मारा गया। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि यह ईरान समर्थित समूह के खिलाफ "पूरी तरह से स्वतंत्र इजरायली ऑपरेशन" था।
कतर की कड़ी प्रतिक्रिया
हमले पर कतर ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
कतर ने हमास के राजनीतिक मुख्यालय पर इस हमले की कड़ी निंदा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने इसे "अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानदंडों का खुला उल्लंघन" बताया। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम मानते हैं कि आज हम एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गए हैं। इस तरह के बर्बर कृत्यों के खिलाफ पूरे क्षेत्र को जवाब देना चाहिए।" उन्होंने इजरायल के हमले के जवाब में कार्रवाई का अधिकार सुरक्षित रखने की बात भी कही।