डिनो मोरिया पर मीठी नदी सफाई घोटाले की छाया, ईडी ने भेजा समन
डिनो मोरिया की मुश्किलें बढ़ीं
मुंबई। मीठी नदी सफाई घोटाले के सिलसिले में अभिनेता डिनो मोरिया की परेशानियाँ बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को 14 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन भेजा है। उन्हें अगले सप्ताह फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
ईडी की छापेमारी
डिनो मोरिया करोड़ों रुपये के गबन के मामले में फंसे हुए हैं। शुक्रवार को उनके बांद्रा स्थित निवास पर ईडी ने छापेमारी की, जो लगभग 14 घंटे तक चली। ईडी ने मुंबई और कोच्चि में 15 से अधिक स्थानों पर कार्रवाई की, जिसमें डिनो के भाई सैंटिनो, ठेकेदारों और बीएमसी अधिकारियों के परिसर भी शामिल थे।
अन्य अभियुक्तों की छापेमारी
सूत्रों के अनुसार, डिनो मोरिया के अलावा बीएमसी के सहायक अभियंता प्रशांत रामुगडे और अन्य के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की।
पहले की पूछताछ
इस मामले में, डिनो मोरिया 28 मई को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के अधिकारियों के सामने पेश हुए थे। अधिकारियों ने उनसे लगभग सात घंटे तक पूछताछ की, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब दिए।
जांच की पृष्ठभूमि
26 मई को भी डिनो मोरिया से पूछताछ की गई थी। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के अनुसार, उन्हें इसलिए बुलाया गया क्योंकि उनकी और उनके भाई सैंटिनो मोरिया की मुख्य आरोपी केतन कदम के फोन पर कई बार बातचीत के रिकॉर्ड मिले हैं।
घोटाले का विवरण
आरोप है कि मीठी नदी की सफाई के लिए उपयोग की जाने वाली मशीनों, जैसे कीचड़ हटाने वाली और गहरी खुदाई करने वाली मशीनों को किराए पर लेने में पैसे का दुरुपयोग हुआ। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कोच्चि स्थित कंपनी मैटप्रॉप टेक्निकल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से प्राप्त मशीनों के लिए बढ़ी हुई कीमतें चुकाईं।
जांचकर्ताओं की राय
जांचकर्ताओं का मानना है कि इस धोखाधड़ी को बीएमसी के कुछ अधिकारी और मैटप्रॉप कंपनी के कर्मचारी मिलकर अंजाम दे रहे थे। केतन कदम और उसके साथी जय जोशी ने बीएमसी को बढ़ा-चढ़ाकर बिल भेजा, यानी असल कीमत से ज्यादा पैसे मांगे।
डिनो मोरिया की स्थिति
इस मामले में डिनो मोरिया को आरोपी नहीं बनाया गया है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार व्यक्ति से उनके संबंध को समझना आवश्यक है, जिसके चलते उन्हें तलब किया गया है।