डोनाल्ड ट्रंप का 79वां जन्मदिन: अमेरिका में जश्न और विरोध का संगम
ट्रंप का जन्मदिन और सेना की स्थापना का जश्न
Trump Birthday: शनिवार को अमेरिका ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 79वें जन्मदिन और अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ का जश्न मनाया। वॉशिंगटन डीसी में सेना की भव्य परेड ने लोगों को उत्साहित किया, जबकि देश के विभिन्न हिस्सों में ट्रंप विरोधी प्रदर्शनों ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। राजधानी की सड़कों पर सैन्य वाहनों की गूंज सुनाई दी, वहीं लॉस एंजेलिस और अटलांटा में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं।
सामाजिक और राजनीतिक विभाजन का प्रदर्शन
इस अवसर ने अमेरिका में सामाजिक और राजनीतिक विभाजन को उजागर किया। एक वर्ग ट्रंप को 'अपने जीवन का सबसे अच्छा राष्ट्रपति' मानते हुए उनके समर्थन में सड़कों पर उतरा, जबकि दूसरा वर्ग "नो किंग्स" के नारों के साथ लोकतंत्र और नागरिक स्वतंत्रता के लिए आवाज उठा रहा था।
वॉशिंगटन में भव्य परेड
वॉशिंगटन में सेना की भव्य परेड
वॉशिंगटन डीसी में शनिवार को आयोजित सेना की परेड ने इतिहास को जीवंत कर दिया। 6,000 से अधिक सैनिकों ने ऐतिहासिक वेशभूषा में मार्च किया, जिसमें 1775 से 1991 तक की सैन्य वर्दियों की झलक देखने को मिली। परेड में वियतनाम युग के हेलीकॉप्टर, द्वितीय विश्व युद्ध के टैंक और आधुनिक सैन्य उपकरणों ने दर्शकों को रोमांचित किया।
ट्रंप का भाषण
ट्रंप ने लगभग आठ मिनट का भाषण दिया जिसमें उन्होंने अमेरिकी सेना के बलिदान और साहस की सराहना की। उन्होंने कहा, "धरती पर कोई भी शक्ति अमेरिकी सेना के वीर दिल या आर्मी रेंजर पैराट्रूपर या ग्रीन बेरेट से अधिक शक्तिशाली नहीं है।"
देशभर में विरोध प्रदर्शन
देशभर में विरोध प्रदर्शन
जहां एक ओर राजधानी में सैन्य ताकत का प्रदर्शन हुआ, वहीं दूसरी ओर देश के कई हिस्सों में "नो किंग्स" के नारे गूंजे। फ्लोरिडा के टलाहासी में 1,000 लोगों की भीड़ ने शांति से प्रदर्शन किया। आयोजकों ने पुलिस की सख्ती के मद्देनज़र सभी से कानून का पालन करने की अपील की।
अटलांटा और अन्य शहरों में टकराव
अटलांटा और अन्य शहरों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव
अटलांटा में प्रदर्शनकारी जब इंटरस्टेट 285 की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर किया। दो हेलीकॉप्टर आसमान से स्थिति पर नजर रखे हुए थे। चार्लोट, नॉर्थ कैरोलिना में पुलिस ने साइकिलों से प्रदर्शनकारियों को रोका और पीछे हटने के नारे लगाए।