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डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति: क्या भारत को मिलेगी सजा?

डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति ने वैश्विक व्यापार में हलचल मचा दी है। जिमी फैलन और स्टीफन कोलबर्ट ने इस पर मजेदार टिप्पणियाँ की हैं, जिसमें भारत पर 50% शुल्क लगाने का निर्णय शामिल है। जानें कि यह नीति न केवल भारत, बल्कि अन्य देशों पर भी कैसे प्रभाव डालेगी और अमेरिका में इसकी मजाकिया आलोचना कैसे हो रही है। क्या भारत को इस नीति का खामियाजा भुगतना पड़ेगा? पढ़ें पूरी कहानी।
 

ट्रंप की टैरिफ नीति पर लेट-नाइट शो में मजाक

Trump India tariff 2025 : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कई देशों पर आयात शुल्क बढ़ाने के निर्णय पर जिमी फैलन और स्टीफन कोलबर्ट जैसे प्रसिद्ध लेट-नाइट शो होस्ट्स ने अपने कार्यक्रमों में व्यंग्यात्मक टिप्पणी की.


अब केवल उत्तर कोरिया और एप्स्टीन आइलैंड बचे हैं
जिमी फैलन ने अपने शो में ट्रंप के 90 से अधिक देशों पर टैरिफ लगाने के फैसले पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब केवल उत्तर कोरिया और जेफ्री एप्स्टीन का आइलैंड ही टैरिफ से मुक्त रह गया है. उन्होंने इस संदर्भ में एक राजनीतिक मजाक किया, जिससे दर्शकों में हंसी की लहर दौड़ गई.


फलों की कीमतों में हो सकती है वृद्धि
उन्होंने यह भी बताया कि ब्राज़ील पर टैरिफ के कारण अमेरिका में केले, आम और अनानास जैसी फलों की कीमतें बढ़ सकती हैं. मजाक में उन्होंने कहा कि “एडिबल एरेंजमेंट्स” (फल सजावट उपहार कंपनी) तब तक सुरक्षित है जब तक खरबूजे और लंबे टूथपिक्स के दाम नहीं बढ़ते.


आप तो खून बहा रहे हैं, आपको बस...
स्टीफन कोलबर्ट ने भी ट्रंप की टैरिफ नीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भारत पर 50% शुल्क लगाने से गॉज़, पट्टियां और सूती कपड़े महंगे हो जाएंगे. उन्होंने मजाक में कहा कि यह सही समय है उनकी नई प्रोडक्ट “स्टीव्स वॉड” (खून रोकने वाला पैड) लॉन्च करने का. उन्होंने कहा, “इसमें क्या है? इससे क्या फर्क पड़ता है? आप तो खून बहा रहे हैं, आपको बस रोकने की जरूरत है.”


भारत को रूस से तेल खरीदने की सजा?
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में घोषणा की कि अमेरिका भारत से होने वाले आयात पर अतिरिक्त 25% शुल्क लगाएगा, जिससे कुल टैरिफ 50% हो जाएगा. यह निर्णय उन्होंने भारत के रूस से तेल आयात के खिलाफ लिया है. ट्रंप प्रशासन का मानना है कि भारत रूस के साथ व्यापार कर अमेरिका के हितों के खिलाफ काम कर रहा है.


'दोहरे मापदंड' पर उठाए सवाल
भारत ने अमेरिका के इस कदम की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि जब अन्य देश भी रूस से ऊर्जा खरीद रहे हैं, तब केवल भारत को निशाना बनाना दोहरे मापदंड को दर्शाता है. भारत ने यह भी याद दिलाया कि अमेरिका स्वयं रूस से यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड, पैलेडियम, फर्टिलाइज़र और कई रासायनिक उत्पाद आयात कर रहा है, जो उनके परमाणु और इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के लिए ज़रूरी हैं. भारत ने स्पष्ट किया कि वह अपनी ऊर्जा सुरक्षा को प्राथमिकता देगा और अपनी जरूरत के अनुसार फैसले लेगा.


टैरिफ नीति बनी वैश्विक बहस का विषय
डोनाल्ड ट्रंप की यह नई टैरिफ नीति केवल भारत ही नहीं, बल्कि कनाडा, ब्राज़ील और अन्य 90 देशों को भी प्रभावित कर रही है. इससे वैश्विक व्यापार पर प्रभाव, मूल्य वृद्धि, और राजनयिक संबंधों में तनाव पैदा होने की आशंका जताई जा रही है. वहीं, अमेरिका के भीतर इस नीति को लेकर मजाकिया आलोचना भी तेज़ हो गई है, जो यह दर्शाती है कि ट्रंप की नीतियां अब आम जनता और मीडिया के बीच भी सवालों के घेरे में हैं.