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तमिलनाडु में विजय की रैली में भगदड़: 39 लोगों की जान गई, 95 घायल

तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता और राजनेता विजय की रैली में एक भयानक भगदड़ हुई, जिसमें 39 लोगों की जान चली गई और 95 अन्य घायल हो गए। इस घटना के पीछे की वजहों की जांच की जा रही है, और सरकार ने एक आयोग का गठन किया है। जानें इस घटना के कारण, रैली के दौरान की स्थिति और विजय की सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदम।
 

तमिलनाडु में विजय रैली में हुई भगदड़

तमिलनाडु में विजय रैली में भगदड़: करूर जिले में शनिवार को अभिनेता और राजनेता विजय की रैली के दौरान एक भयानक भगदड़ हुई, जिसमें 39 लोगों की जान चली गई और 95 अन्य घायल हो गए। इस घटना के कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें भगदड़ के समय की अफरा-तफरी और लोगों के हताश प्रयासों को देखा जा सकता है। इस भीषण हादसे में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।


हजारों की संख्या में जुटी भीड़ और रात का अंधेरा ऐसे हालात पैदा कर गया कि लोग अपनी जान बचाने के लिए झोपड़ियों में घुसने लगे। जैसे-जैसे भीड़ बढ़ी, लोग झोपड़ी के छप्पर को फाड़कर बाहर निकलने की कोशिश करने लगे। वायरल हो रहे वीडियो में महिलाओं और बच्चों के रोने की आवाजें सुनाई दे रही हैं।




भगदड़ के कारण क्या थे?

डीजीपी जी वेंकटरमन ने बताया कि विजय की पार्टी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा था कि वे दोपहर 12 बजे सभा स्थल पर पहुंचेंगे। लेकिन लोग सुबह 11 बजे से ही जुटने लगे, जबकि विजय शाम 7:40 बजे पहुंचे। तपती धूप और भोजन-पानी की कमी ने भीड़ में असहजता बढ़ा दी।


वेंकटरमन ने कहा, "हम किसी को दोष नहीं दे रहे हैं, हम केवल तथ्यों को साझा कर रहे हैं। आयोजकों ने 10,000 लोगों की उम्मीद जताई थी, लेकिन लगभग 27,000 लोग एक झलक पाने के लिए इकट्ठा हो गए।"




जांच की जा रही है

डीजीपी ने कहा, "सरकार ने इस घटना के कारणों की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया है। आयोजकों को भीड़ और उससे जुड़ी समस्याओं के बारे में स्पष्ट रूप से बताया गया था।" उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में एडीजीपी (कानून व्यवस्था) डेविडसन ऐरवथम, 3 पुलिस महानिरीक्षक, 2 डीआईजी, 10 एसपी और 2000 पुलिसकर्मी करूर के लिए रवाना हो चुके हैं। इसके साथ ही, चेन्नई में अभिनेता विजय के घर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।