तुर्किये में विमान दुर्घटना: जांच शुरू, सभी यात्रियों की मौत
विमान दुर्घटना की जानकारी
तुर्किये के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को जानकारी दी कि हाल ही में हुए विमान हादसे के बाद बरामद ब्लैक बॉक्स की जांच प्रारंभ कर दी गई है। यह जांच लीबिया के अधिकारियों के सहयोग से की जा रही है।
एक निजी विमान, जिसमें लीबिया के जनरल मुहम्मद अली अहमद अल-हद्दाद, चार अन्य सैन्य अधिकारी और चालक दल के तीन सदस्य सवार थे, मंगलवार को तुर्किये की राजधानी अंकारा से उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार सभी लोगों की जान चली गई।
दुर्घटना का कारण
लीबियाई अधिकारियों के अनुसार, यह दुर्घटना विमान में आई तकनीकी खराबी के कारण हुई। अल-हद्दाद पश्चिमी लीबिया के प्रमुख सैन्य कमांडर थे और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में चल रहे लीबिया की सेना के एकीकरण के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
हादसे का विवरण
अंकारा के पास एक प्राइवेट जेट क्रैश में जनरल मोहम्मद अल-हद्दाद की मृत्यु हो गई। यह हादसा टेक-ऑफ के तुरंत बाद हुआ। फाल्कन 50 विमान त्रिपोली लौट रहा था, तभी उसमें बिजली की समस्या आ गई और उसने इमरजेंसी लैंडिंग का अनुरोध किया। कुछ ही मिनटों बाद संपर्क टूट गया। तुर्की के अधिकारियों ने विमान का मलबा राजधानी के दक्षिण में पाया और पुष्टि की कि सभी आठ यात्रियों की मौत हो गई है। जांचकर्ताओं ने दोनों फ्लाइट रिकॉर्डर बरामद कर लिए हैं और औपचारिक जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक संकेत तकनीकी खराबी की ओर इशारा कर रहे हैं। लीबिया ने तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।
दुर्घटना के समय की स्थिति
तुर्की के अधिकारियों ने बताया कि टेक-ऑफ के तुरंत बाद विमान में बिजली की समस्या उत्पन्न हुई थी और उसने इमरजेंसी लैंडिंग का अनुरोध किया। यह जेट स्थानीय समय के अनुसार रात 8 बजे के कुछ देर बाद अंकारा के एसेनबोगा एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। कुछ मिनट बाद, एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया गया। इसके बाद उसे एयरपोर्ट की ओर वापस लौटने की अनुमति दी गई।
तुर्की सरकार ने कहा कि विमान के नीचे उतरते समय वह रडार से गायब हो गया और अधिकारियों ने उससे संपर्क स्थापित नहीं कर पाए। गृह मंत्री अली येरलिकाया ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि विमान रात 8.30 बजे रवाना हुआ था और लगभग 40 मिनट बाद संपर्क टूट गया। उन्होंने बताया कि सभी संचार बंद होने से पहले विमान ने हेमाना के पास इमरजेंसी लैंडिंग का संकेत दिया था।