तेज प्रताप यादव का बहन रोहिणी पर आरोपों पर तीखा जवाब
पटना में परिवारिक विवाद की गहराई
पटना: लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रहा विवाद अब और भी गंभीर होता जा रहा है। आरजेडी से निष्कासित नेता तेज प्रताप यादव ने अपनी बहन रोहिणी आचार्य द्वारा लगाए गए आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। रोहिणी के परिवार पर लगाए गए गंभीर आरोप और उनके साथ हुए कथित दुर्व्यवहार ने इस विवाद को नया मोड़ दिया है। तेज प्रताप ने कहा कि वे अपने साथ हुई घटनाओं को सहन कर सकते हैं, लेकिन बहन का अपमान किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
तेज प्रताप की पिता से अपील
रोहिणी आचार्य, जो सिंगापुर में अपने रिश्तेदारों से मिलने गई थीं, ने सोशल मीडिया पर गंभीर आरोप लगाए। इनमें परिवार से दूरी बनाना, राजनीतिक दबाव का सामना करना और यहां तक कि चप्पलों से पिटाई का भी जिक्र किया गया। उन्होंने कहा कि चुनावी हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया गया, जबकि वह हमेशा पार्टी के प्रति समर्पित रहीं। 2022 में अपने पिता को किडनी दान करने वाली रोहिणी ने यह भी कहा कि कुछ लोगों ने उन पर अपमानजनक आरोप लगाए।
इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए तेज प्रताप ने एक भावुक पोस्ट में लिखा, "मेरे दिल का दर्द अब आग बन चुका है। बहन पर हुए अन्याय को मैं कभी स्वीकार नहीं करूंगा। जिन लोगों ने परिवार में दरार डाली है, वे बिहार की जनता के गुस्से से नहीं बच पाएंगे।" उन्होंने अपने पिता और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से अपील की कि वे उन्हें "संकेत" दें ताकि वे परिवार की प्रतिष्ठा और राज्य की आत्मसम्मान की रक्षा कर सकें। तेज प्रताप ने चेतावनी दी कि इस अन्याय के परिणाम गंभीर होंगे।
बिहार की राजनीति में उथल-पुथल
रोहिणी ने अपने पोस्ट में आरजेडी नेता संजय यादव और तेजस्वी यादव के करीबी रमीज़ खान पर परिवार में फूट डालने का आरोप लगाया। सूत्रों के अनुसार, चुनावी प्रदर्शन को लेकर रोहिणी और तेजस्वी के बीच बहस भी हुई, जिसके बाद यह विवाद सार्वजनिक रूप से सामने आया। तेज प्रताप ने पार्टी से निष्कासन के बाद लगातार संगठन पर हमलावर रहे हैं। कुछ महीने पहले उन्हें सोशल मीडिया पर "रिलेशनशिप" की बात स्वीकार करने के बाद पार्टी से निकाल दिया गया था।
हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि उनका अकाउंट हैक हुआ था। लालू परिवार के अंदरूनी विवाद ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है और बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है। रोहिणी के आरोपों और तेज प्रताप की तीखी प्रतिक्रियाओं के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आरजेडी नेतृत्व इस संकट से निपटने के लिए क्या कदम उठाता है।