तेजस्वी यादव पर शिवानंद तिवारी के गंभीर आरोप, राजद में मचा हड़कंप
बिहार विधानसभा चुनाव में राजद की हार पर तिवारी की प्रतिक्रिया
पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए तेजस्वी यादव को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने रविवार को एक बयान में कहा कि तेजस्वी ने उनकी सलाह को नजरअंदाज किया और मुख्यमंत्री बनने के सपनों में खोए रहे।
तेजस्वी की सलाह को नजरअंदाज करने का आरोप
'मेरी बात बुरी लगी, इसलिए पद से हटाया गया'
तिवारी ने कहा कि उन्होंने तेजस्वी को चेतावनी दी थी कि मतदाता सूची में पुनरीक्षण लोकतंत्र के लिए खतरा है। उन्होंने सुझाव दिया कि तेजस्वी को राहुल गांधी के साथ मिलकर सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना चाहिए, यहां तक कि जेल जाने की भी बात की। लेकिन तेजस्वी को यह सलाह बुरी लगी और उन्होंने उन्हें पार्टी से हटा दिया।
लालू यादव पर कटाक्ष
'धृतराष्ट्र की तरह सिंहासन गर्म करते रहे लालू'
शिवानंद तिवारी ने लालू प्रसाद यादव पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि वह अपने बेटे के लिए सत्ता की गद्दी को गर्म कर रहे हैं। उन्होंने जेपी आंदोलन के दौरान की एक घटना का जिक्र किया, जिसमें लालू ने अपनी आकांक्षाओं के बारे में बताया था। तिवारी के अनुसार, लालू की इच्छाएं अब पूरी होती दिख रही हैं।
पार्टी की हार और परिवार में असंतोष
'परिवार ने जोर लगाया, फिर भी पार्टी 25 सीटों पर सिमट गई'
तिवारी ने कहा कि लालू परिवार ने पूरी कोशिश की, लेकिन पार्टी केवल 25 सीटें ही जीत सकी। उन्होंने बताया कि अब परिवार में घमासान चल रहा है और पार्टी के भीतर असंतोष भी बढ़ रहा है। तिवारी के अनुसार, पार्टी की हार का मुख्य कारण नेतृत्व की कमजोरियां और जमीनी संघर्ष से दूरी है।
इन आरोपों ने राजद की आंतरिक राजनीति में हलचल मचा दी है, जबकि चुनावी हार के बाद पहले से ही पार्टी में असंतोष बढ़ा हुआ है।