द केरल स्टोरी को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में मिली जीत पर विवाद
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में 'द केरल स्टोरी' ने सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और छायांकन के पुरस्कार जीते, लेकिन इसके साथ ही राजनीतिक विवाद भी उत्पन्न हुआ। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस फिल्म को पुरस्कार देने के निर्णय की आलोचना की, इसे केरल की छवि को धूमिल करने वाला बताया। कांग्रेस नेता के. सी. वेणुगोपाल ने भी इस फिल्म को नफरत फैलाने वाला करार दिया। जूरी के सदस्यों ने फिल्म के चयन को उसकी प्रासंगिकता के आधार पर बताया, जबकि कई ने इसके विवादास्पद विषय पर आपत्ति जताई।
Aug 2, 2025, 14:03 IST
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में द केरल स्टोरी की जीत
शुक्रवार को आयोजित 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में बॉलीवुड की फिल्म "द केरल स्टोरी" ने महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। इस फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ छायांकन के दो पुरस्कार जीते। हालांकि, इस जीत के साथ ही राजनीतिक विवाद भी उत्पन्न हो गया। फिल्म के लिए सुदीप्तो सेन को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार देने के निर्णय की केरल में तीखी आलोचना की गई है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि निर्णायक मंडल ने केरल की छवि को धूमिल करने और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने के लिए झूठी फिल्म को पुरस्कार देकर भारतीय सिनेमा की महान परंपरा का अपमान किया है, जो धार्मिक भाईचारे और राष्ट्रीय एकता के लिए खड़ी है।
मुख्यमंत्री का विरोध
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, "केरल की छवि को धूमिल करने और सांप्रदायिक नफरत के बीज बोने के इरादे से गलत सूचना फैलाने वाली फिल्म को सम्मानित करके, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के निर्णायक मंडल ने संघ परिवार की विभाजनकारी विचारधारा को वैधता दी है। केरल, जो हमेशा सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ सद्भाव और प्रतिरोध का प्रतीक रहा है, इस निर्णय से अपमानित हुआ है।
कांग्रेस नेता की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना इस बात का प्रमाण है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नफरत को प्रायोजित करती है। उन्होंने कहा, ‘‘यह फिल्म ‘कूड़ेदान’ में फेंकने लायक है और यह ‘एक घटिया एजेंडा’ फैलाती है, जिससे मेरे खूबसूरत राज्य केरल को बदनाम किया गया है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि केरल अपने देश की सरकार से मिले इस अपमान को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
निर्णायक मंडल का निर्णय
सुदीप्तो सेन की विवादास्पद फिल्म 'द केरल स्टोरी' ने 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ निर्देशन (सुदीप्तो सेन) और सर्वश्रेष्ठ छायांकन (प्रशांतु महापात्रा) के दो पुरस्कार जीते। जूरी सदस्य और फिल्म निर्माता प्रदीप नायर ने कहा कि फिल्म का चयन उसकी "प्रासंगिकता" के आधार पर किया गया था, जिसे जूरी ने "भारत में एक प्रमुख सामाजिक मुद्दा" माना।
जूरी के सदस्यों की राय
फीचर फिल्म श्रेणी के 11 सदस्यीय केंद्रीय पैनल के सदस्य नायर ने बताया कि उनके कड़े विरोध के बावजूद, जूरी के बहुमत ने 'द केरल स्टोरी' का चयन किया। उन्होंने कहा, "पैनल में एक मलयाली होने के नाते, मैंने गंभीर आपत्तियाँ उठाईं। मैंने सवाल किया कि केरल जैसे राज्य को बदनाम करने वाली फिल्म को राष्ट्रीय सम्मान के लिए कैसे चुना जा सकता है।"