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दार्जिलिंग में भूस्खलन से मची तबाही: जानें क्या है स्थिति

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में मिरिक में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं, जिसमें छह लोगों की जान चली गई है। दुदिया आयरन ब्रिज के ढहने से संपर्क बाधित हो गया है। राहत कार्य में सेना और एनडीआरएफ की टीमें जुटी हैं। मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जानें इस प्राकृतिक आपदा की पूरी जानकारी और राहत कार्य की स्थिति।
 

दार्जिलिंग में भूस्खलन की घटना

दार्जिलिंग भूस्खलन: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के मिरिक में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है, जिसमें कम से कम छह लोगों की जान चली गई है। इस प्राकृतिक आपदा ने मिरिक और कुर्सेओंग को जोड़ने वाले दुदिया आयरन ब्रिज को भी ढहा दिया, जिससे क्षेत्र में संपर्क बाधित हो गया है।


भूस्खलन की स्थिति

भारी वर्षा के चलते हुसैन खोला क्षेत्र में भी भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं, जो कुर्सियांग के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग 110 के पास स्थित है। प्रशासन और स्थानीय लोग राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। मिरिक और आस-पास के क्षेत्रों में फंसे लोगों तक पहुँचने के लिए सेना और एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य कर रही हैं।


मौसम विभाग का अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार सुबह तक पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में भी भारी बारिश जारी रहेगी।


IMD ने यह भी कहा कि इन जिलों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। दक्षिण बंगाल के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है, जबकि मुर्शिदाबाद, बीरभूम और नादिया जिलों में भारी बारिश की संभावना है।


लो प्रेशर का प्रभाव

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि पश्चिम झारखंड, दक्षिण बिहार, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास बने निम्न दबाव के क्षेत्र की गति उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर है और यह बिहार की ओर बढ़ते हुए शनिवार शाम तक धीरे-धीरे कमजोर होगा। इस प्रणाली के कारण पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और भूस्खलन जैसी घटनाओं की संभावना बनी हुई है।


हालिया वर्षा रिकॉर्ड

पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। बांकुरा में सबसे अधिक 65.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।


राहत और बचाव कार्य

भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में सेना और एनडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं। मिरिक और कुर्सेओंग के बीच ढह चुके दुदिया आयरन ब्रिज के कारण आपात स्थिति में लोगों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा सकता है। स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे खतरनाक क्षेत्रों में न जाएँ और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें।