दिल्ली की वायु गुणवत्ता फिर से गंभीर स्थिति में, थरूर ने उठाया मुद्दा
दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता एक बार फिर से अत्यधिक खराब हो गई है। राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच चुका है।
थरूर का पुराना पोस्ट फिर से साझा
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक छह साल पुरानी पोस्ट को फिर से साझा किया है, जिसमें उन्होंने दिल्ली की हवा की तुलना सिगरेट और बीड़ी से की थी। थरूर ने लिखा कि यह पोस्ट आज भी दुखद रूप से प्रासंगिक है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर थरूर की टिप्पणी
थरूर ने X पर अपनी 2018 की पोस्ट को साझा करते हुए लिखा, 'कब तक जिंदगी काटोगे सिगरेट, बीड़ी और सिगार में? कुछ दिन तो गुजारो दिल्ली-एनसीआर में।' उन्होंने यह भी कहा कि छह साल की लापरवाही के बाद भी यह पोस्ट आज भी उतनी ही दुखद और निराशाजनक रूप से प्रासंगिक है।
दिल्ली फिर से प्रदूषण में सबसे आगे
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शनिवार सुबह 9 बजे दिल्ली का औसत AQI 335 दर्ज किया गया, जो 'रेड जोन' में आता है। यह दिल्ली को देश का सबसे प्रदूषित शहर बना देता है। राजधानी में पीएम 2.5 मुख्य प्रदूषक के रूप में सामने आया है।
फेफड़ों पर बढ़ते बोझ की चेतावनी
थरूर ने दो दिन पहले भी चेतावनी दी थी कि जैसे-जैसे नवंबर आगे बढ़ेगा, फेफड़ों पर बोझ बढ़ता जाएगा। उन्होंने AQI की एक तस्वीर साझा की थी, जिसमें सूचकांक 371 दिखाया गया था। दिवाली के बाद से वायु गुणवत्ता लगातार 'खराब' से 'बहुत खराब' के बीच बनी हुई है।
IMD और CPCB की रिपोर्ट से बढ़ी चिंता
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि दिन का अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.9 डिग्री कम है। CPCB के अनुसार, वायु प्रदूषण के स्तर में वृद्धि का मुख्य कारण ठंडक और हवा का रुक जाना है।
दिल्ली की सांसें फिर से भारी
AQI के पैमाने के अनुसार, 0-50 'अच्छा', 51-100 'संतोषजनक', 101-200 'मध्यम', 201-300 'खराब', 301-400 'बहुत खराब' और 401-500 'गंभीर' माना जाता है। वर्तमान में दिल्ली 'बहुत खराब' श्रेणी में है। यह स्थिति एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि कब दिल्लीवासी बिना मास्क और धुंध के सांस ले पाएंगे।