दिल्ली पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी गिरोह का किया पर्दाफाश
दिल्ली-एनसीआर में धोखाधड़ी का भंडाफोड़
दिल्ली पुलिस ने रविवार को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सक्रिय एक अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो नाइजीरियाई नागरिक भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह भारतीय नागरिकों को फर्जी लॉटरी, उपहार और पुरस्कार योजनाओं के माध्यम से ठग रहा था।
गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं: शाहिद रजा (45), शाहरुख खान (23), विकास (25), राकेश उर्फ लालू (22), और नाइजीरियाई नागरिक शेड्रैक ओनैनोर (29) तथा संडे जॉन उर्फ लिबर्टी (40)। डीसीपी (क्राइम ब्रांच) विक्रम सिंह ने बताया कि 7 जुलाई को फर्जी ऑनलाइन लॉटरी और उपहार योजनाओं के बारे में सूचना मिली थी। निगरानी के बाद शाहिद रजा को दिल्ली के पंजाबी बाग से 3.63 लाख रुपये नकद, 9 एटीएम कार्ड और आपत्तिजनक डेटा वाला मोबाइल फोन के साथ पकड़ा गया। उनकी पूछताछ से भारतीय और नाइजीरियाई नागरिकों के बीच एक गहरा नेटवर्क सामने आया।
गिरोह की ठगी की विधि
गिरोह ने लोगों को कैसे ठगा: पुलिस के अनुसार, नाइजीरियाई मास्टरमाइंड शेड्रैक और संडे ने फर्जी लॉटरी और पुरस्कारों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। पीड़ितों से पैसे फर्जी खातों में ट्रांसफर करवाए जाते थे, जिन्हें भारतीय सहयोगी निकालते और वितरित करते थे। शाहिद और शाहरुख नकदी का प्रबंधन करते थे, जिसमें शाहिद 15% कमीशन रखकर बाकी राशि नाइजीरियाई आरोपियों को देता था। शाहरुख UPI ट्रांसफर और फर्जी खातों का संचालन करता था। विकास और राकेश ने फर्जी आधार कार्ड और सिम कार्ड के जरिए 20 बैंक खाते खोले।
जब्त की गई सामग्री
पुलिस ने जब्त की: 10 मोबाइल फोन, 3.63 लाख रुपये नकद, आधार, पैन कार्ड, चेकबुक और पासबुक। शेड्रैक 2018 से अवैध रूप से भारत में रह रहा था, जबकि संडे का बिजनेस वीजा 2024 में समाप्त हो रहा है। शाहिद पहले सऊदी अरब में काम करता था और बाद में दिल्ली में फल बेचता था। शाहरुख, विकास और राकेश बरेली के निवासी हैं और कम पढ़े-लिखे हैं।
कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने बताया: "सभी छह आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।" जांच अभी भी जारी है।