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दिल्ली पुलिस ने 'से हेल्प' ऐप से मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया

दिल्ली पुलिस ने 'से हेल्प' नामक इमरजेंसी ऐप की मदद से पहाड़गंज में एक बड़े मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस ऑपरेशन में छह महिलाओं को गुलामी से मुक्त कराया गया और एक रिसेप्शनिस्ट को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने चिह्नित मुद्रा और निरोधक पैकेट भी बरामद किए। जानें इस पूरी घटना के बारे में और कैसे तकनीक ने पुलिस की मदद की।
 

दिल्ली में मानव तस्करी रैकेट का पर्दाफाश

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट ने नवीनतम तकनीक का उपयोग करते हुए पहाड़गंज क्षेत्र में एक बड़े मानव तस्करी रैकेट का खुलासा किया है। 'से हेल्प' नामक वॉयस-एक्टिवेटेड इमरजेंसी ऐप के माध्यम से मिली सूचना के आधार पर, पुलिस ने गैलेक्सी स्पा को सील कर दिया।


इस अभियान के दौरान, छह महिलाओं को बंधन से मुक्त किया गया, जबकि एक रिसेप्शनिस्ट को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने 2,000 रुपए की चिह्नित मुद्रा और तीन निरोधक पैकेट भी बरामद किए।


30-31 अक्टूबर 2025 की रात लगभग 11:30 बजे, 'से हेल्प' ऐप पर एक 32 वर्षीय व्यक्ति ने अलर्ट भेजा, जिसमें उसने बताया कि एक महिला को जबरन एक स्पा में ले जाया जा रहा है। ऐप ने तुरंत वीडियो, ऑडियो, जीपीएस लोकेशन और लाइव ट्रैकिंग के जरिए पुलिस को वास्तविक समय की जानकारी दी।


सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के विशेष स्टाफ और मध्य जिला पुलिस ने सूचना की पुष्टि की। खुफिया जानकारी से पता चला कि डीबीजी रोड, नबी करीम के पास गैलेक्सी स्पा में अनैतिक तस्करी का धंधा चल रहा था।


पुलिस ने एक रणनीतिक छापेमारी की। एक अधिकारी को फर्जी ग्राहक बनाकर 2,000 रुपए के चिह्नित नोट दिए गए। उसे व्हाट्सएप पर मिस्ड कॉल देकर संकेत देने को कहा गया। शाम 7:25 बजे, फर्जी ग्राहक ने अवैध गतिविधियों की पुष्टि की, जिसके बाद पुलिस ने स्पा पर धावा बोल दिया।


छापेमारी के दौरान, छह महिलाएं और एक रिसेप्शनिस्ट अनैतिक गतिविधियों में लिप्त पाए गए। चिह्नित नोट और 'निरोधक' पैकेट जब्त कर लिए गए। पूछताछ में रिसेप्शनिस्ट 'के' (36 वर्ष, पहाड़गंज निवासी) ने स्वीकार किया कि वह अपने पति के साथ मिलकर यह अवैध धंधा चला रही थी। महिलाओं को नौकरी का लालच देकर लाया जाता था और फिर जबरन वेश्यावृत्ति में धकेल दिया जाता था।


बचाई गई महिलाओं में अधिकांश दूसरे राज्यों से थीं, जो आर्थिक तंगी का शिकार हो गई थीं। इन महिलाओं को मेडिकल जांच के बाद काउंसलिंग और पुनर्वास के लिए एनजीओ को सौंप दिया गया। 31 अक्टूबर को थाना नबी करीम में अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम, 1956 की धारा 3/4/5 के तहत प्राथमिकी संख्या 0450/2025 दर्ज की गई।


गौरतलब है कि 'से हेल्प' ऐप एंड्रॉइड और आईओएस पर उपलब्ध एक वैश्विक इमरजेंसी टूल है। यह वॉयस कमांड या पुश बटन के माध्यम से अलर्ट भेजता है, जो एसएमएस/व्हाट्सएप के जरिए संपर्कों और पुलिस तक पहुंचता है। ऐप में लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग, मैप ट्रैकिंग और हेल्थ चेक-अप फीचर्स शामिल हैं।