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दिल्ली में चौंकाने वाली घटना: 65 वर्षीय महिला का शव और मानसिक रूप से अस्वस्थ बेटा

दिल्ली के जामिया नगर में एक 65 वर्षीय महिला का सड़ा-गला शव उसके फ्लैट से बरामद हुआ, जबकि उसका 70 वर्षीय पति गंभीर स्थिति में मिला। उनका 50 वर्षीय बेटा, जो मानसिक रूप से अस्वस्थ है, दरवाजा खोलने से मना कर रहा था। यह मामला तब सामने आया जब महिला की बेटी ने अपने मामा को सूचित किया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया और जांच शुरू की। जानें इस चौंकाने वाली घटना के सभी विवरण।
 

दिल्ली में हुई एक गंभीर घटना

दिल्ली क्राइम न्यूज़: दिल्ली के जामिया नगर में क्वीन अपार्टमेंट्स से एक हैरान करने वाली खबर आई है। रविवार की रात, एक 65 वर्षीय महिला का सड़ा-गला शव उसके फ्लैट से बरामद हुआ। वहीं, उसका 70 वर्षीय पति गंभीर स्थिति में उसी कमरे में पाया गया। इस दौरान उनका 50 वर्षीय बेटा, जो मानसिक रूप से अस्वस्थ बताया जा रहा है, घर में मौजूद था लेकिन दरवाजा खोलने से मना कर रहा था। यह घटना तब सामने आई जब महिला की बेटी, जो हांगकांग में रहती है, अपने माता-पिता से संपर्क न होने पर चिंतित हुई और अपने मामा को सूचित किया। जब परिवार के सदस्य फ्लैट पहुंचे और दरवाजा खोलने की कोशिश की, तो बेटे ने अंदर से मना कर दिया। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया, जिन्होंने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया।


घटना का विवरण

दक्षिण-पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त हेमंत तिवारी ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए SHO और ACP तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। फ्लैट अंदर से बंद था। जब दरवाजा तोड़ा गया, तो एक कमरे में महिला का शव बिस्तर पर मिला और उसके पति गंभीर अवस्था में पड़े थे। उन्हें तुरंत एम्स अस्पताल भेजा गया। बेटा कमरे के बाहर बैठा मिला। पुलिस के अनुसार, महिला के शव पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं थे, लेकिन वह बुरी तरह सड़ चुका था, जिससे यह संकेत मिलता है कि उसकी मृत्यु कई दिन पहले हुई थी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।


बेटे पर संदेह

पुलिस का कहना है कि बेटा मानसिक रूप से बीमार है और उसका मनोचिकित्सीय इलाज चल रहा है। पूछताछ के दौरान उसकी बातें अजीब लग रही थीं। उसने पहले कहा कि उसके माता-पिता सो रहे हैं, लेकिन बाद में स्वीकार किया कि वह 4-5 दिन तक उनके साथ बंद रहा और खाना भी नहीं खाया। पुलिस को संदेह है कि उसने अपने माता-पिता को भी भोजन नहीं कराया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।


घटना का खुलासा कैसे हुआ

पुलिस के अनुसार, महिला की बेटी लगातार चार दिनों तक अपने पिता और भाई से संपर्क करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन जब कोई उत्तर नहीं मिला, तो उसने अपने मामा को सूचित किया। जब मामा ने घर जाकर देखा, तो दरवाजा बंद था। नॉक करने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।


FIR रिपोर्ट

DCP तिवारी ने बताया कि उनके स्टाफ ने बेटे को इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर एंड अलाइड साइंसेज (IHBAS) भेजा, क्योंकि परिवार का कोई सदस्य साथ नहीं आया। वहां से उसे GTB अस्पताल रेफर किया गया। फ्लैट की फॉरेंसिक जांच की जा चुकी है और आपराधिक जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है। फिलहाल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद ही FIR दर्ज की जाएगी।