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दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक, AQI 373 पर पहुंचा

दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गई है, जहां AQI 373 दर्ज किया गया है। ठंड के मौसम में स्मॉग और धीमी हवाओं ने प्रदूषण को बढ़ा दिया है। कई क्षेत्रों में AQI 400 के पार चला गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि खराब हवा में रहने से सांस की बीमारियां बढ़ सकती हैं। जानें इस स्थिति के पीछे के कारण और स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव के बारे में।
 

दिल्ली की हवा में खतरनाक प्रदूषण


नई दिल्ली: दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गई है, जिससे राजधानी की सांसें प्रभावित हो रही हैं। जैसे ही ठंड का मौसम शुरू हुआ, स्मॉग और धीमी हवाओं ने प्रदूषण को और बढ़ा दिया है। शुक्रवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 373 दर्ज किया गया, जो लगातार सातवें दिन बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है।


पिछले तीन दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार गिरती जा रही है। सोमवार को AQI 351, मंगलवार को 374, बुधवार को 392 और गुरुवार को 391 दर्ज किया गया। शुक्रवार को थोड़ी गिरावट आई, लेकिन स्थिति अब भी चिंताजनक है, क्योंकि कई क्षेत्रों में AQI 400 के पार चला गया है।


किस क्षेत्र में कितना है AQI?

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के 39 स्टेशनों में से 18 गंभीर श्रेणी में हैं। वजीरपुर में AQI 442, बवाना में 430, रोहिणी में 421, आनंद विहार में 412, अशोक विहार में 412 और विवेक विहार में 413 दर्ज किया गया है। इसके अलावा, चांदनी चौक, नरेला, आरके पुरम और नेहरू नगर जैसे क्षेत्रों में भी प्रदूषण का स्तर 400 के पार पहुंच चुका है। कुछ स्थानों जैसे लोदी रोड पर AQI 286 और आईएचबीएएस दिलशाद गार्डन में 255 दर्ज किया गया है।


प्रदूषण के कारण

दिल्ली में वायु गुणवत्ता के बिगड़ने का मुख्य कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं है। गुरुवार को कुल प्रदूषण में 17.3 प्रतिशत योगदान वाहनों से आया, जबकि शुक्रवार को यह लगभग 16.2 प्रतिशत रहा। इसके साथ ही, पराली जलाने का प्रभाव भी जारी है।


IMD की भविष्यवाणी

मौसम की स्थिति भी प्रदूषण को और बढ़ा रही है। ठंड बढ़ने और हवा की गति कम होने से प्रदूषक कण जमीन के करीब जमा हो जाते हैं। IMD ने शुक्रवार को हल्का कोहरा रहने का अनुमान लगाया है। न्यूनतम तापमान 12 डिग्री और अधिकतम तापमान 27 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। इस कारण प्रदूषण का असर अगले दिनों में और भी बढ़ सकता है।


स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अत्यधिक खराब हवा में लंबे समय तक रहने से सांस की बीमारियां, अस्थमा, खांसी और आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। बाहर निकलते समय N95 मास्क पहनना अनिवार्य बताया गया है। बच्चों और बुजुर्गों को अनावश्यक बाहर जाने से बचने की सलाह दी गई है।