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दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ नागरिकों का प्रदर्शन, सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग

दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति के खिलाफ नागरिकों ने इंडिया गेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की, जबकि पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण लोग चिंतित हैं, और उन्होंने सरकार से तत्काल कार्रवाई की अपील की है।
 

दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर


नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर रूप से बिगड़ गई है, जिससे नागरिकों में चिंता बढ़ गई है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण लोग सड़कों पर उतर आए हैं। रविवार को बड़ी संख्या में लोग इंडिया गेट पर इकट्ठा हुए और सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील की।


डीसीपी का बयान

नई दिल्ली के डीसीपी देवेश कुमार महला ने कहा कि इंडिया गेट विरोध प्रदर्शन के लिए उपयुक्त स्थान नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, निर्धारित विरोध स्थल जंतर-मंतर है। इसलिए, हमने सभी को दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।



प्रदूषण पर लोगों का गुस्सा

दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं, और इंडिया गेट के आसपास का क्षेत्र पूरी तरह से घेर लिया गया है। कर्तव्य पथ को आम जनता और पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।


प्रदर्शनकारियों का कहना है कि दिल्ली की हवा अब सांस लेने के लिए सुरक्षित नहीं है। कई क्षेत्रों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 900 से अधिक दर्ज किया गया है, जो अत्यंत खतरनाक है। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि जब स्थिति इतनी गंभीर है, तब भी सरकार और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।


प्रदर्शनकारियों की मांग

एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि उनके निजी मॉनिटर के अनुसार, कई स्थानों पर AQI 999 से ऊपर चला गया है। लेकिन अधिकारी केवल दिखावटी मीटिंग और बयानबाजी में लगे हुए हैं। वे जनता की आवाज उठाने वालों को रोकने में जुटे हैं, जबकि हमें केवल सांस लेने का अधिकार चाहिए।


लोगों ने कहा कि पिछले 15 दिनों में न तो लॉकडाउन जैसी कोई घोषणा हुई है और न ही प्रदूषण रोकने के लिए कोई ठोस योजना बनाई गई है। केवल 'क्लाउड सीडिंग' और 'वायु शोधक टावर' जैसी बातों से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से अपील की कि प्रदूषण को रोकने के लिए तुरंत आपातकालीन कदम उठाए जाएं, जैसे निर्माण कार्य पर रोक, स्कूलों की छुट्टी, वाहनों की संख्या पर नियंत्रण और हवा को साफ करने के लिए वास्तविक कार्रवाई।


लोगों का कहना है कि यह किसी राजनीतिक मुद्दे की लड़ाई नहीं है, बल्कि हर नागरिक के जीवन और स्वास्थ्य का सवाल है। दिल्लीवासी अब केवल एक ही मांग कर रहे हैं, प्रदूषण के खिलाफ सख्त नीति बनाने की।