×

दिल्ली में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए BS-VI वाहनों की अनिवार्यता

दिल्ली में वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गई है, जिससे सांस लेने में कठिनाई हो रही है। इस समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने GRAP स्टेज-IV के तहत कड़े प्रतिबंध लागू किए हैं, जिसमें केवल BS-VI मानक वाले वाहनों को अनुमति दी गई है। जानें BS-VI और BS-IV मानकों के बीच का अंतर और अपने वाहन का मानक कैसे पहचानें।
 

दिल्ली की वायु गुणवत्ता में गिरावट


नई दिल्ली: दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गई है। कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर चला गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है। इस बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने GRAP स्टेज-IV के तहत कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। इसका सीधा प्रभाव शहर में चलने वाले वाहनों पर पड़ा है।


नए नियमों का प्रभाव

नए नियमों के अनुसार, अब दिल्ली में केवल BS-VI उत्सर्जन मानक वाले वाहन ही प्रवेश कर सकेंगे। पुराने और अधिक प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। सरकार का मानना है कि वाहनों से निकलने वाले जहरीले धुएं को नियंत्रित किए बिना वायु गुणवत्ता में सुधार संभव नहीं है।


BS4 और BS6 मानक

BS4 क्या है?


BS4, जिसे भारत स्टेज-4 कहा जाता है, भारत सरकार द्वारा लागू किया गया एक उत्सर्जन मानक है। इसका उद्देश्य वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण को एक निश्चित सीमा में रखना था। इस मानक के तहत गाड़ियों से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और अन्य हानिकारक गैसों पर नियंत्रण किया गया। हालांकि, बढ़ते ट्रैफिक और प्रदूषण के स्तर को देखते हुए इसे पर्याप्त नहीं माना गया।


BS6 क्या है?


BS6, यानी भारत स्टेज-6, पहले के मानकों की तुलना में अधिक सख्त उत्सर्जन नियमों पर आधारित है। 1 अप्रैल 2020 से केवल BS6 मानक वाले वाहनों की बिक्री और पंजीकरण की अनुमति दी गई। इस मानक के तहत वाहनों से निकलने वाली हानिकारक गैसों की मात्रा को काफी कम कर दिया गया है, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार होता है और सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा घटता है।


GRAP स्टेज-IV के तहत बदलाव

GRAP स्टेज-IV में क्या बदला


GRAP स्टेज-IV लागू होते ही दिल्ली में सबसे कड़े प्रतिबंध प्रभावी हो गए हैं। BS-IV, BS-III और उससे पुराने मानक वाले वाहनों के शहर में प्रवेश पर पूर्ण रोक है। यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि प्रदूषण का स्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो गया था और तुरंत सख्ती जरूरी थी।


BS-VI मानक की आवश्यकता

क्यों जरूरी हैं BS-VI उत्सर्जन मानक


BS-VI मानक का उद्देश्य वाहनों से निकलने वाले जहरीले धुएं को कम करना है। इन वाहनों में आधुनिक तकनीक होती है, जिससे कार्बन और नाइट्रोजन जैसे प्रदूषक काफी कम निकलते हैं। इससे वायु गुणवत्ता में सुधार होता है और फेफड़ों, दिल और आंखों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव कम होते हैं।


अपने वाहन का मानक कैसे जानें

RC से ऐसे पहचानें अपने वाहन का मानक


अपने वाहन का उत्सर्जन मानक जानने का सबसे सरल तरीका रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) देखना है। इसमें 'Emission Norms' या 'Bharat Stage' कॉलम होता है। यदि वहां BS-VI लिखा है, तो आपका वाहन नियमों के अनुसार मान्य है और दिल्ली में चल सकता है।


ऑनलाइन जानकारी प्राप्त करें


यदि RC उपलब्ध नहीं है, तो ट्रांसपोर्ट विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। वाहन नंबर डालते ही रजिस्ट्रेशन, ईंधन प्रकार और उत्सर्जन मानक से जुड़ी पूरी जानकारी स्क्रीन पर आ जाती है।


BS-VI लेबल से पुष्टि करें


अधिकांश BS-VI वाहनों पर निर्माता कंपनी द्वारा लेबल लगाया जाता है। यह लेबल इंजन के पास या ड्राइवर साइड के दरवाजे के फ्रेम पर होता है। आमतौर पर 1 अप्रैल 2020 के बाद रजिस्टर्ड वाहन BS-VI मानक के होते हैं।