दिल्ली में बाढ़ राहत कार्यों की निरंतर निगरानी: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता
बाढ़ प्रभावितों की सहायता में जुटी सरकार
- सभी जिलों के डीएम मौके पर पहुंचकर कर रहे हैं सहायता: सीएम रेखा गुप्ता
- जनप्रतिनिधि भी प्रभावित क्षेत्रों में लगातार पहुंच रहे हैं मदद: सीएम रेखा गुप्ता
नई दिल्ली: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि उनकी सरकार बाढ़ की स्थिति पर पूरी नजर रख रही है। सरकारी कर्मचारी बाढ़ प्रभावित लोगों की 24×7 सहायता कर रहे हैं। उन्हें भोजन, पानी, चिकित्सा, शौचालय सुविधाओं के साथ-साथ अन्य आवश्यक सहायता लगातार प्रदान की जा रही है। बाढ़ से प्रभावित किसानों के मवेशियों के लिए भी चारा उपलब्ध कराया जा रहा है और जरूरत पड़ने पर लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना का जल स्तर अब घट रहा है, इसलिए दिल्लीवासियों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। वह स्वयं स्थिति पर नजर रख रही हैं, और प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। साथ ही, जनप्रतिनिधि भी बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बाढ़ से प्रभावित फसलों का आकलन करें, ताकि उचित मुआवजे पर विचार किया जा सके।
राजधानी में बाढ़ की स्थिति, प्रभावित क्षेत्रों के हालात और पीड़ितों को आवश्यक सहायता के संबंध में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज अपने कैंप कार्यालय ‘मुख्यमंत्री जनसेवा सदन’ से डिविजनल कमिश्नर और सभी जिलों के डीएम के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री ने बताया कि यमुना में बाढ़ का पानी लगातार कम हो रहा है और संभवतः हालात जल्द सामान्य हो जाएंगे। फिर भी, उनकी सरकार बाढ़ प्रभावितों की सहायता में जुटी हुई है। उन्होंने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चौबीस घंटे निगरानी रखें और राहत शिविरों में भोजन, पानी, चिकित्सा, शौचालय और अन्य आवश्यक सेवाओं का उचित प्रबंध करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावितों की जान-माल की सुरक्षा करना उनकी सरकार का प्रमुख दायित्व है और इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि लगातार बारिश के कारण यमुना में आई बाढ़ के कारण नदी के निचले इलाकों में बसे लोगों को वहां से हटाना पड़ा। उनकी सरकार ने इन बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत शिविरों का इंतजाम किया है और वहां उनका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने सभी डीएम को विशेष निर्देश दिए हैं कि बाढ़ प्रभावित बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाए। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी रख रहा है। अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि आवश्यकता पड़ने पर वे क्षेत्र के सामाजिक संगठनों की मदद लें ताकि बाढ़ प्रभावितों को त्वरित सहायता मिल सके। सभी डीएम को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे बाढ़ प्रभावित किसानों के मवेशियों और अन्य जानवरों को सुरक्षित रखें और उनके चारे आदि की व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कर्मचारी प्रभावित क्षेत्रों की लगातार निगरानी कर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी प्रकार के गंभीर नुकसान से बचा जा सके। यही उनकी सरकार का नैतिक और प्रशासनिक दायित्व है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यह भी बताया कि दिल्ली के सांसद, सरकार के मंत्री, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर पीड़ितों की मदद कर रहे हैं और समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कर रहे हैं। इस जन-सहभागिता से राहत कार्य और अधिक प्रभावी हो रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के निकटवर्ती क्षेत्रों की कुछ नदियों का पानी दिल्ली के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने संबंधित डीएम को निर्देश दिए हैं कि इस समस्या का जल्द समाधान किया जाए और हरियाणा के संबंधित विभागों के अधिकारियों से बात कर वहां की नदियों के सिस्टम को ठीक करवाया जाए। डीएम ने सूचित किया है कि वहां कार्य प्रगति पर है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बाढ़ पीड़ितों के जीवन और उनकी सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। लगातार बारिश और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा पर सरकार का पूरा तंत्र सक्रिय है। वरिष्ठ अधिकारियों, आपदा प्रबंधन दल और स्वास्थ्य सेवाओं की टीमें हर समय तैयार हैं। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए उनकी सरकार पूरी तरह तैयार है।