दिल्ली में लाल किले के पास विस्फोट: आठ की मौत, जांच जारी
दिल्ली में विस्फोट की घटना
सोमवार शाम को लाल किले के निकट हुए विस्फोट ने राजधानी में आतंक का माहौल पैदा कर दिया। इस घटना में आठ लोगों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि विस्फोटक में अमोनियम नाइट्रेट ईंधन तेल (एएनएफओ) का उपयोग किया गया था, जो अत्यधिक ज्वलनशील और आसानी से उपलब्ध है, इसलिए इसे आतंकवादी हमलों में इस्तेमाल किया जाता है। इस हमले का मुख्य आरोपी डॉ. मोहम्मद उमर है, जो फरीदाबाद स्थित एक आतंकी मॉड्यूल का सदस्य है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक कार में डेटोनेटर लगाकर फिदायीन हमले को अंजाम दिया।
विस्फोट का तात्कालिक विवरण
सोमवार शाम को हुंडई i20 कार में विस्फोट हुआ, जिससे आठ लोगों की मौत और 20 से अधिक लोग घायल हुए। विस्फोट स्थल पर भारी नुकसान हुआ और आसपास की इमारतों को भी क्षति पहुंची। सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत क्षेत्र को घेर लिया और फोरेंसिक टीमें जांच में जुट गईं।
डॉ. मोहम्मद उमर और फरीदाबाद मॉड्यूल
हमले का मुख्य आरोपी डॉ. मोहम्मद उमर फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल का सदस्य है। यह मॉड्यूल जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़ा हुआ है। हमले से पहले इस मॉड्यूल के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था, जिनसे बड़ी मात्रा में आईईडी और हथियार बरामद हुए।
अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग
प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि विस्फोटक में एएनएफओ का प्रयोग किया गया था, जो अत्यधिक ज्वलनशील और आसानी से उपलब्ध है। यह औद्योगिक विस्फोटकों में सामान्यतः उपयोग होता है और आतंकवादी हमलों में इसका उपयोग तीव्र विस्फोट के लिए किया जा सकता है।
सहयोगियों और हथियारों का भंडारण
डॉ. उमर ने अपने सहयोगी डॉ. मुजम्मिल शकील की गिरफ्तारी के बाद हमले की योजना बनाई थी। फरीदाबाद के फतेहपुर तागा गांव में छापेमारी के दौरान 360 किलोग्राम ज्वलनशील पदार्थ, रसायन और अन्य हथियार बरामद हुए।
विस्फोट की तीव्रता और प्रभाव
विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास खड़ी कई गाड़ियों की खिड़कियां टूट गईं और आसपास की इमारतें भी हिल गईं। यह हमला फिदायीन शैली का माना जा रहा है और यह देश के प्रमुख पर्यटन स्थल पर हुआ।
जांच और हाई अलर्ट
जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य एजेंसियां फरीदाबाद मॉड्यूल और विस्फोटक सामग्री के स्रोत की जांच कर रही हैं। राष्ट्रीय राजधानी और पड़ोसी राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया है, और सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है।