दिवाली और छठ पर ट्रेन टिकटों की कमी से यात्रियों में चिंता
रेवाड़ी से ट्रेन टिकटों की कमी
दिवाली और छठ का त्योहारी मौसम नजदीक आ रहा है। 20 अक्टूबर को देशभर में दिवाली मनाई जाएगी, और इसके तुरंत बाद छठ पूजा का उत्सव बिहार और उत्तर प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दौरान लोग अपने घरों की ओर लौटकर अपनों के साथ खुशियां बांटने की योजना बना रहे हैं। लेकिन, यदि आप रेवाड़ी से यूपी या बिहार जाने का सोच रहे हैं, तो आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। दिवाली से 43 दिन पहले ही रेवाड़ी से लखनऊ, पटना, कानपुर, और कटिहार जैसे प्रमुख स्टेशनों के लिए जाने वाली ट्रेनों में सीटें लगभग भर चुकी हैं। स्लीपर से लेकर एसी कोच तक की वेटिंग लिस्ट 100 से अधिक हो गई है.
ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट
रेवाड़ी से यूपी और बिहार के लिए चलने वाली कई ट्रेनों की स्थिति समान है। बुधवार को चलने वाली कामाख्या एक्सप्रेस में लखनऊ के लिए दिवाली तक 20 की वेटिंग है। शुक्रवार को चलने वाली बनारसी वीकली एक्सप्रेस में स्लीपर और एसी दोनों में 26 की वेटिंग चल रही है। शनिवार को चलने वाली न्यू जलपाईगुड़ी वीकली एक्सप्रेस में 59 की वेटिंग है, जबकि गुरुवार को चलने वाली हावड़ा वीकली एसएफ एक्सप्रेस में 40 की वेटिंग है.
किराया भी बढ़ा
कुछ ट्रेनों में एसी कोच में सीमित सीटें उपलब्ध हैं, लेकिन इनका किराया इतना अधिक है कि आम आदमी के लिए इसे खरीदना मुश्किल हो रहा है। लंबी वेटिंग लिस्ट के कारण हजारों यात्रियों को अपने घर जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर डिविजन की वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक पूजा मित्तल ने बताया कि दिवाली और छठ के लिए जिन रूट्स पर अधिक मांग होगी, वहां ट्रेनों में डिब्बों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा, स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाएंगी.
तत्काल टिकट का विकल्प
इस समय, यूपी और बिहार के प्रमुख स्टेशनों के लिए ट्रेनों में स्लीपर से लेकर एसी तक कोई कन्फर्म सीट उपलब्ध नहीं है। वेटिंग लिस्ट लगातार बढ़ रही है, जिसके चलते यात्रियों के पास केवल तत्काल टिकट का विकल्प बचा है। हालांकि, रेलवे ने अभी तक दिवाली और छठ के लिए यूपी-बिहार रूट पर कोई स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा नहीं की है। ऐसे में यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना पहले से बनानी होगी, अन्यथा त्योहारों का आनंद प्रभावित हो सकता है.