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धर्मास्थला में सामूहिक कब्रों का मामला: कर्नाटक की राजनीति में उबाल

कर्नाटक के धर्मास्थला में महिलाओं की सामूहिक कब्रों की खोज ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। BJP ने कांग्रेस सरकार पर जांच में देरी का आरोप लगाया है, जबकि कांग्रेस ने इसे राजनीतिक लाभ के लिए भुनाने का आरोप लगाया है। इस मामले ने राज्य की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है। जानें इस विवाद के सभी पहलुओं के बारे में।
 

धर्मास्थला में सामूहिक कब्रों की खोज

कर्नाटक के धर्मास्थला में महिलाओं की सामूहिक कब्रों और उनके लापता होने की घटनाओं ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस सरकार पर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की जांच को लेकर सवाल उठाए हैं, जबकि राज्य सरकार का कहना है कि BJP इस संवेदनशील मुद्दे को राजनीतिक रूप से भुना रही है।


BJP कर्नाटक के अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने शुक्रवार को सिद्धारमैया सरकार पर तीखा हमला किया। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार जानबूझकर जांच में देरी कर रही है और सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे 'प्रोपेगेंडा' को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है।


उन्होंने कहा, "हमने जांच का स्वागत किया था। मुख्यमंत्री को लगा था कि गड्ढे खोदने से कोई बड़ा घोटाला सामने आएगा। लेकिन 15-16 गड्ढे खोदने के बाद भी उन्हें कुछ नहीं मिला।"


विजयेंद्र ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह मंदिर शहर की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले 'प्रोपेगेंडा' के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है और 'हिंदू धार्मिक भावनाओं को ठेस' पहुंचा रही है।


कांग्रेस के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने BJP के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि जब SIT का गठन किया जा रहा था, तब BJP ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी। अब वे इस मुद्दे का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं।


यह मामला कर्नाटक की राजनीति में एक गर्म बहस का विषय बन गया है, जहां कांग्रेस सरकार निष्पक्ष जांच का आश्वासन दे रही है, जबकि BJP इसे राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही है।