नागदा रेलवे स्टेशन पर दिव्यांग युवक के साथ पुलिस की बर्बरता का मामला
उज्जैन में चौंकाने वाली घटना
उज्जैन: नागदा रेलवे स्टेशन पर एक गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें एक दिव्यांग युवक को जीआरपी के कांस्टेबल द्वारा बेरहमी से पीटा गया। इस घटना का वीडियो एक यात्री ने एसी कोच से रिकॉर्ड किया और इसे सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसके बाद यह मामला चर्चा का विषय बन गया।
जीआरपी की त्वरित कार्रवाई
वीडियो के वायरल होते ही जीआरपी के एसपी ने कांस्टेबल मानसिंह को निलंबित करने का निर्णय लिया। यह घटना मंगलवार सुबह लगभग 10 बजे की है, जब एक दिव्यांग युवक अपने बैग के साथ प्लेटफार्म नंबर एक पर सो रहा था। इसी दौरान, कांस्टेबल मानसिंह वहां पहुंचे और युवक को धक्का देकर जगाने लगे।
वीडियो में दिखी बर्बरता
देखें वीडियो
कुछ ही समय में स्थिति बिगड़ गई, और कांस्टेबल ने दिव्यांग युवक को थप्पड़ और लात मारते हुए प्लेटफार्म पर घसीटने का प्रयास किया। वीडियो में युवक दर्द से कराहते हुए दिखाई दे रहा है और बाद में रोते हुए स्टेशन से दूर जाता है। कांस्टेबल का कहना था कि युवक नशे में था और अपशब्द बोल रहा था।
सामाजिक प्रतिक्रिया
लोगों की कैसी रही प्रतिक्रिया?
हालांकि वीडियो में यह स्पष्ट है कि कांस्टेबल ने अत्यधिक बल प्रयोग किया, जिससे युवक की स्थिति को देखते हुए यह कार्रवाई अमानवीय प्रतीत होती है। घटना के फैलते ही रेलवे पुलिस के खिलाफ लोगों में नाराजगी बढ़ गई और सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रियाएं आईं।
जीआरपी एसपी का बयान
जीआरपी एसपी ने क्या लिया एक्शन?
जीआरपी एसपी ने निलंबन आदेश जारी करते हुए कहा कि कांस्टेबल का यह कृत्य घोर लापरवाही और अनुशासनहीनता को दर्शाता है। आदेश में यह भी उल्लेख किया गया है कि दिव्यांग व्यक्ति के साथ मारपीट करने से रेल पुलिस की छवि पर गंभीर असर पड़ा है। एसपी का निलंबन पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
रेलवे स्टेशन पर कार्यरत पुलिसकर्मियों से संवेदनशील व्यवहार की अपेक्षा की जाती है, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्टेशन पर मौजूद अन्य कर्मचारियों और वहां उपस्थित लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।