नूंह में रिंग रोड परियोजना: ट्रैफिक में कमी और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
नूंह जिले के लिए महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा
हरियाणा के नूंह जिले के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण विकास की सूचना आई है। लोक निर्माण विभाग ने नूंह में प्रस्तावित रिंग रोड के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया आरंभ कर दी है। इस सड़क के निर्माण से शहर के भीतर ट्रैफिक का बोझ कम होगा और नल्हड़ मेडिकल कॉलेज तक पहुंच अधिक सुगम और तेज हो जाएगी।
नूंह रिंग रोड परियोजना का विवरण
यह प्रस्तावित रिंग रोड नल्हड़ मेडिकल कॉलेज रोड से शुरू होकर खेड़ला गांव के पास नूंह अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ेगी। इसकी कुल लंबाई लगभग 2.70 किलोमीटर निर्धारित की गई है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह सड़क शहर के बाहरी हिस्से से होकर गुजरेगी, जिससे बाहरी वाहनों को नूंह के अंदर प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
निर्माण की समयसीमा
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सभी औपचारिकताएं पूरी होते ही निर्माण कार्य आरंभ किया जाएगा। रिंग रोड को लगभग छह महीने के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय पर कार्य पूरा होता है, तो यह परियोजना नूंह के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगी।
परियोजना की लागत
लोक निर्माण विभाग के अनुसार, इस रिंग रोड के निर्माण पर लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। इसके लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी विभाग द्वारा की जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि भूमि संबंधी प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण में कोई बाधा नहीं आएगी।
नल्हड़ मेडिकल कॉलेज के लिए लाभ
नल्हड़ मेडिकल कॉलेज और उससे जुड़े अस्पताल में रोजाना हजारों मरीज और उनके परिजन इलाज के लिए आते हैं। वर्तमान में, शहर के भीतर भारी ट्रैफिक, संकरी सड़कें और बार-बार लगने वाला जाम अस्पताल पहुंचने में अधिक समय लगाते हैं।
रिंग रोड के निर्माण के बाद, अस्पताल तक पहुंचने का रास्ता छोटा और सीधा होगा, जिससे एंबुलेंस और आपातकालीन वाहनों को तेजी से पहुंचने में मदद मिलेगी।
शहर के ट्रैफिक पर प्रभाव
फिलहाल, नूंह अलवर हाईवे पर बस अड्डा, अड़बर चौक और शहीदी तिरंगा पार्क जैसे स्थानों पर अक्सर लंबा जाम लगता है। इसकी मुख्य वजह भारी वाहनों की आवाजाही, अतिक्रमण और सीमित सड़क चौड़ाई है।
रिंग रोड के शुरू होने के बाद, भारी वाहन शहर के अंदर नहीं आएंगे, जिससे मुख्य मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और स्थानीय निवासियों को रोजाना के जाम से राहत मिलेगी।
तावडू और भिवाड़ी के लिए लाभ
इस रिंग रोड से तावडू और भिवाड़ी की ओर से आने वाले वाहन सीधे अलवर की दिशा में जा सकेंगे। इससे अलवर से तावडू और भिवाड़ी जाने वाली गाड़ियों को नूंह शहर में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा।
परिवहन विशेषज्ञों का मानना है कि इससे ईंधन की बचत होगी और यात्रा का समय भी घटेगा।
परियोजना का महत्व
नूंह जिला तेजी से बढ़ती जनसंख्या और ट्रैफिक दबाव का सामना कर रहा है। यह रिंग रोड शहरी ट्रैफिक प्रबंधन को बेहतर बनाएगी, स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को आसान करेगी और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में यह सड़क नूंह के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान दे सकती है।