पंजाब में बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत कार्यों की प्रगति
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य
पंजाब के शिक्षा और सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज यह जानकारी दी कि उनके विधानसभा क्षेत्र श्री आनंदपुर साहिब के सभी बाढ़ प्रभावित गांवों में सड़क संपर्क, बिजली और पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बहाल कर दी गई है। इससे स्थानीय निवासियों को राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि सिंहपुर-पलासी गांव के लोग अब बाढ़ के पानी के घटने के बाद राहत शिविरों से अपने घर लौटने लगे हैं।
सड़क और बिजली आपूर्ति की बहाली
हरजोत सिंह बैंस, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं, ने कहा कि हरसा बेला, पट्टी दुलची और बेला शिव सिंह जैसे गांवों को फिर से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि कल 90% कार्य पूरा हो गया था, लेकिन रात में कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण देरी हुई। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि आज कुछ घंटों में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
स्वच्छता और बिजली आपूर्ति
100% बिजली आपूर्ति बहाल
मंत्री ने कहा कि सिंहपुर-पलासी में फॉगिंग और कीटाणुनाशक का छिड़काव किया गया है, जिससे स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने बताया कि 100% बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है, जिसमें बिजली के खंभे, तार और ट्रांसफार्मर की मरम्मत की गई है। इसी तरह, जलापूर्ति विभाग ने एनडीआरएफ की मदद से पाइपलाइन को फिर से जोड़ा है, जिससे 100% पानी की आपूर्ति भी बहाल हो गई है।
भविष्य की योजनाएं
हरजोत सिंह बैंस ने यह भी घोषणा की कि बेला धियानी का टूटा हुआ लकड़ी का पुल अब एक मजबूत मोटरेबल पुल में बदला जाएगा, जिससे सुरक्षा और संपर्क में सुधार होगा। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष गिरदावरी का कार्य कर रहा है, जो जल्द ही पूरा होगा। इसके बाद प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने के लिए रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी।
स्थानीय प्रयासों की सराहना
हरजोत सिंह बैंस लगातार राहत कार्यों में जुटे हैं
यह उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ हफ्तों से मंत्री हरजोत सिंह बैंस अपने क्षेत्र में राहत कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने स्वयंसेवकों, पंचायत सदस्यों, सरपंचों और युवा क्लबों के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने इस संकट के दौरान उनके साथ मिलकर काम किया। बैंस ने बताया कि चिकित्सा दल और पशुपालन विभाग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय हैं, जहां लोगों को निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं दी जा रही हैं। पशुओं के लिए विशेष टीकाकरण अभियान भी चल रहा है। अब तक 10 ट्रक चारे का वितरण किया जा चुका है और प्रभावित परिवारों को खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुओं की नियमित आपूर्ति की जा रही है.