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पंजाब में भ्रष्टाचार के आरोप में नायब तहसीलदार की गिरफ्तारी

पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत, नायब तहसीलदार वरिंदरपाल सिंह धूत को गिरफ्तार किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी वैध आय से 211 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की। विजिलेंस ब्यूरो की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि धूत ने सार्वजनिक सेवा में रहते हुए बेहिसाबी संपत्ति इकट्ठा की। इस मामले में आगे की जांच जारी है। जानें पूरी जानकारी इस लेख में।
 

भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई


आय से 211 प्रतिशत अधिक संपत्ति का मामला


पंजाब सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्य कर रही है। इसी दिशा में, विजिलेंस ब्यूरो ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए नायब तहसीलदार वरिंदरपाल सिंह धूत को गिरफ्तार किया है। धूत पर आरोप है कि उसने अपनी वैध आय से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की थी, जो विजिलेंस की जांच में सही साबित हुई।


जालंधर रेंज टीम द्वारा गिरफ्तारी

राज्य विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि जालंधर रेंज की टीम ने यह गिरफ्तारी की। जांच में पाया गया कि धूत ने अपने और अपने परिवार के नाम पर वैध आय से अधिक संपत्ति इकट्ठा की थी। जांच की अवधि 1 जनवरी 2009 से 31 दिसंबर 2018 तक थी। इस दौरान धूत की कुल आय 3,58,97,111.59 रुपए थी, जबकि उसकी संपत्ति और खर्च 11,18,34,544.22 रुपए थे, जो उसकी कानूनी आय से 7,59,37,432.63 रुपए (211.54 प्रतिशत) अधिक है।


भ्रष्टाचार के सबूत मिले

प्रवक्ता ने कहा कि इस असमानता से स्पष्ट होता है कि धूत ने एक सार्वजनिक सेवक के रूप में अपनी वैध आय से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की, जो भ्रष्टाचार विरोधी कानूनों का उल्लंघन है। इस मामले में विजिलेंस ब्यूरो ने जालंधर रेंज में मामला दर्ज किया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे कल अदालत में पेश किया जाएगा और मामले की आगे की जांच जारी है।


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