×

पंजाब में महंगाई दर में वृद्धि: लोगों की जेब पर बढ़ता बोझ

पंजाब में महंगाई दर में हालिया वृद्धि ने लोगों की आर्थिक स्थिति को प्रभावित किया है। मई में महंगाई दर 5.21 प्रतिशत तक पहुँच गई है, जिससे यह राज्य देश के शीर्ष 5 महंगाई वाले राज्यों में शामिल हो गया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है, जो आम जनता पर बोझ डाल रही है। जानें इस विषय पर और क्या जानकारी है और कैसे यह स्थिति बदल रही है।
 

महंगाई दर में पंजाब का स्थान


चंडीगढ़ से रोहित रोहिला की रिपोर्ट: महंगाई ने पंजाब के निवासियों को परेशान कर रखा है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, मई में महंगाई दर में 1.12 प्रतिशत की वृद्धि के साथ यह 5.21 प्रतिशत तक पहुँच गई है। इस वृद्धि के साथ पंजाब देश के शीर्ष 5 राज्यों में शामिल हो गया है। केरल पहले स्थान पर है, जबकि पंजाब दूसरे स्थान पर है। महंगाई के कारण आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ रहा है।


मई में महंगाई दर का आंकड़ा

रिपोर्ट के अनुसार, मई में महंगाई दर 5.21 प्रतिशत तक पहुँच गई, जबकि अप्रैल में यह 4.09 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय स्तर पर महंगाई दर में कमी आई है, जो अप्रैल में 3.16 प्रतिशत थी और मई में घटकर 2.82 प्रतिशत हो गई। पिछले महीने पंजाब महंगाई दर में चौथे स्थान पर था, लेकिन अब वह दूसरे स्थान पर पहुँच गया है। वर्तमान में, केरल 6.46%, पंजाब 5.21%, जम्मू-कश्मीर 4.55%, हरियाणा 3.67% और उत्तराखंड 3.47% पर हैं।


उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में वृद्धि

पंजाब में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) भी बढ़कर 187.8 हो गया है, जो अप्रैल में 185.6 था। मणिपुर में सबसे अधिक सीपीआई 214.3 दर्ज किया गया है, हालांकि इसमें मामूली कमी आई है। राष्ट्रीय स्तर पर भी सीपीआई में वृद्धि हुई है, जो अप्रैल में 192.6 थी और मई में बढ़कर 193 हो गई है। सीपीआई एक ऐसा पैमाना है, जो वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में वृद्धि को दर्शाता है, जिसमें खाद्य सामग्री, किराया, कपड़े, शिक्षा, चिकित्सा, परिवहन, बिजली और पानी जैसी सेवाएं शामिल हैं।