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पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान में अभिनंदन की रिहाई की कहानी

पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए, विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की रिहाई की कहानी सामने आई है। इस बीच, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन भी हुआ है। जानिए इन घटनाओं के पीछे की सच्चाई और उनके महत्व के बारे में।
 

पुलवामा हमले के बाद की घटनाएँ

पुलवामा हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में जैश ए मोहम्मद के ठिकानों पर हवाई हमले किए। 27 फरवरी को, पाकिस्तान एयर फोर्स ने जवाबी कार्रवाई की कोशिश की। इस दौरान, विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने एक एफ-16 को मिग-21 से गिराया और 60 घंटे तक पाकिस्तान की हिरासत में रहने के बाद सुरक्षित लौट आए। उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया। हालाँकि, इस घटना के दौरान पाकिस्तान में हुई चर्चाओं का खुलासा एक नेता ने किया। पीएमएल-एन के सांसद सादिक ने बताया कि उस समय विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि अभिनंदन को रिहा किया जाए, अन्यथा भारत हमला कर सकता है। यह घटना छह साल पहले की है, लेकिन हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर की पाकिस्तान के नेताओं से मुलाकात ने इसे फिर से चर्चा में ला दिया।


जयशंकर की बांग्लादेश यात्रा

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ढाका पहुंचे। उन्होंने पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा के अध्यक्ष अयाज़ सादिक से मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीरें बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने साझा कीं। तस्वीर के कैप्शन में लिखा था कि अयाज़ सादिक ने जयशंकर से अभिवादन किया। विदेश मंत्रालय ने बताया कि जयशंकर भारत सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।


खालिदा जिया का निधन

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी अध्यक्ष बेगम खालिदा जिया का मंगलवार सुबह निधन हो गया। उनकी उम्र 80 वर्ष थी। बीएनपी ने पुष्टि की कि उनका निधन ढाका के अपोलो अस्पताल में हुआ। जिया को 23 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वे कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं।