प्रियंका चतुर्वेदी ने एशिया कप मैच के बहिष्कार की अपील की
एशिया कप 2025: भारत बनाम पाकिस्तान पर विवाद
एशिया कप 2025, IND बनाम PAK: भारत और पाकिस्तान के बीच दुबई में होने वाले एशिया कप मैच को लेकर देश में काफी हंगामा मचा हुआ है। कई लोग इस मैच का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं और इसे देखने से मना कर रहे हैं। इस संदर्भ में शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है और मैच के बहिष्कार का समर्थन किया है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह मुकाबला भारत बनाम पाकिस्तान नहीं, बल्कि बीसीसीआई बनाम पाकिस्तान है। उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सभी संबंध समाप्त कर देने चाहिए और किसी भी खेल में भाग नहीं लेना चाहिए। वहीं, कुछ लोग मानते हैं कि खेल को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। प्रियंका ने इस मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है।
प्रियंका चतुर्वेदी का बड़ा बयान
प्रियंका चतुर्वेदी ने मुकाबले को लेकर दिया बड़ा बयान
आज भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप का मैच हो रहा है। लेकिन मैं इसे भारत बनाम पाकिस्तान नहीं, बल्कि बीसीसीआई की टीम बनाम पाकिस्तान कहूंगी। क्योंकि जो लोग अपने देश का समर्थन करते हैं, उन्होंने बीसीसीआई और केंद्र सरकार से अपील की थी कि ऐसा मैच नहीं होना चाहिए। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए परिवारों ने भी इस मैच के खिलाफ आवाज उठाई थी, फिर भी यह मैच हो रहा है। हमें यह समझना चाहिए कि क्यों इसे अनुमति दी जा रही है। हम पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय मैच नहीं खेलते, केवल बहुपक्षीय मैच खेलते हैं।
चतुर्वेदी ने बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा, "सिंधु ऑपरेशन के बाद भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में बदलाव की बात की गई थी। कहा गया था कि आतंकवाद के साथ कोई व्यापार, बातचीत या संबंध नहीं होंगे। लेकिन आज हम देख रहे हैं कि क्रिकेट मैच के माध्यम से पाकिस्तान के साथ संबंध बढ़ाए जा रहे हैं।"
प्रियंका चतुर्वेदी ने बहिष्कार की मांग की
प्रियंका चतुर्वेदी ने की बहिष्कार की मांग
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस मैच का बहिष्कार करें और इसे लाइव न देखें। चतुर्वेदी ने कहा, "यह मैच झूठा है। हम इस मैच का टेलीकास्ट नहीं देखना चाहते, चाहे वह टीवी, मोबाइल ऐप या किसी अन्य माध्यम से हो। अगर बीसीसीआई की टीम इस मैच को जीत भी जाती है, तो यह उन लोगों को समर्पित होगा, जिन्होंने हमारे देश के खिलाफ आतंकवाद का समर्थन किया।"