फिलीपींस में भ्रष्टाचार के खिलाफ जन आंदोलन, प्रदर्शनकारियों का गुस्सा फूटा
फिलीपींस में हाल ही में भारी बारिश के कारण बाढ़ आई है, जिसके खिलाफ जनता ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने भ्रष्टाचार और 'नेपो बेबीज' के खिलाफ गुस्सा व्यक्त किया, जो अपनी विलासिता का प्रदर्शन कर रहे हैं। अरबपति निर्माण व्यवसायियों की गवाही ने इस घोटाले को उजागर किया है, जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ गया है। जानें इस आंदोलन के पीछे की कहानी और जनता की मांगें।
Sep 22, 2025, 16:40 IST
फिलीपींस में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन
फिलीपींस में भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी आवाज़ के बीच, मनीला में हजारों लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में देश का झंडा और बैनर थाम रखा था, जिसमें लिखा था- 'अब और नहीं, उन्हें जेल भेजो'। हाल के दिनों में भारी बारिश ने देश के कई हिस्सों में बाढ़ ला दी है, जिससे लोगों में गहरा आक्रोश उत्पन्न हुआ है। इस आक्रोश का मुख्य कारण है 'नेपो किड्स', जो बाढ़ नियंत्रण प्रणालियों की विफलता के बावजूद अपनी संपत्ति का प्रदर्शन कर रहे हैं।
जेन-जी का गुस्सा केवल घोटालों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह 'नेपो बेबीज' यानी भ्रष्ट नेताओं और ठेकेदारों के बच्चों के प्रति भी है, जो सोशल मीडिया पर अपनी ऐशो-आराम भरी जिंदगी का प्रदर्शन कर रहे हैं। बाढ़ से प्रभावित लोग यह महसूस कर रहे हैं कि उनका टैक्स लक्जरी कारों पर खर्च किया गया है। यह घोटाला तब उजागर हुआ जब अरबपति निर्माण व्यवसायी दंपती पैसिफिको और सारा डिसकाया ने सीनेट में गवाही दी कि बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं के ठेके लेने के लिए उन्हें सांसदों और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को 25% तक कमीशन देना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि टैक्स का पैसा बाढ़ से सुरक्षा के लिए बुनियादी ढांचे पर खर्च होना चाहिए था, लेकिन इसे नेताओं की विलासिता पर उड़ाया गया। मनीला के पास के कस्बे अपालिट की 36 वर्षीय सरकारी स्कूल शिक्षिका क्रिसा टोलेंटिनो ने बताया कि वह लंबे समय से बाढ़ को अपने जीवन का हिस्सा मानती हैं। वह बाढ़ग्रस्त सड़कों पर पैडल बोट से यात्रा करके काम पर और कैंसर के इलाज के लिए क्लिनिक जाती हैं। उनका कहना है कि सूखी सड़कें साल में केवल दो महीने ही देखने को मिलती हैं।