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बांग्लादेश में शरीफ उस्मान बिन हादी की हत्या के बाद बढ़ी हिंसा

बांग्लादेश में हाल ही में शरीफ उस्मान बिन हादी की हत्या के बाद देश में हिंसा और अशांति का माहौल बन गया है। हादी की मौत ने पूरे देश में शोक की लहर दौड़ा दी है, और उनके समर्थक अब भारत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस लेख में जानें कि कैसे हादी की हत्या ने बांग्लादेश की राजनीति को प्रभावित किया और देश में हालात कैसे बिगड़ रहे हैं।
 

बांग्लादेश में हालात बिगड़ते जा रहे हैं

बांग्लादेश में पिछले कुछ दिनों से हिंसा और विरोध प्रदर्शन की लहर चल रही है। 18 दिसंबर की रात एक महत्वपूर्ण खबर आई, जिसमें बताया गया कि शरीफ उस्मान बिन हादी का निधन हो गया है। इस घटना ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया। हादी, जो बांग्लादेश में इंकलाब मंच के प्रवक्ता थे, आगामी चुनावों में ढाका से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े होने वाले थे। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी मृत्यु के बाद पूरे देश में एक दिन का शोक घोषित किया गया। पूर्व राष्ट्रपति शेख हसीना की सरकार को गिराने में हादी की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। इसके अलावा, उन्हें भारत विरोधी गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है।


हिंदू व्यक्ति की हत्या से बढ़ी अशांति

बांग्लादेश के मयमनसिंह जिले में गुरुवार रात एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। यह घटना उस समय हुई जब देश में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद अशांति फैली हुई थी। हादी को पिछले सप्ताह 12 फरवरी को होने वाले संसदीय चुनावों के प्रचार के दौरान गोली मारी गई थी। मृतक की पहचान दीपू चंद्र दास के रूप में हुई है, जो भालुका उपजिला में एक कपड़ा कारखाने में काम करते थे। गुरुवार की रात लगभग 9 बजे, एक भीड़ ने दास को घेर लिया और उन पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक बयान देने का आरोप लगाया।


बांग्लादेश में हादी की हत्या के बाद का माहौल

हादी की मौत के बाद से बांग्लादेश में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। उनका शव शुक्रवार शाम तक बांग्लादेश पहुंचने की उम्मीद है। इंकलाब मंच के संयोजक हादी, शेख हसीना के आलोचक रहे हैं और छात्रों के विद्रोह के दौरान उनकी सरकार को गिराने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। हादी के समर्थकों का आरोप है कि उनके हत्यारे भारत भाग गए हैं और वे मांग कर रहे हैं कि जब तक उन्हें वापस नहीं लाया जाता, बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग बंद कर दिया जाए। मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने एक दिन का राजकीय शोक घोषित करते हुए कहा कि हादी के हत्यारों को कड़ी सजा दी जाएगी। हालांकि, उनके समर्थकों ने भारत विरोधी नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन जारी रखा।