बिहार में तीन नए रेल प्रोजेक्ट्स से कनेक्टिविटी में सुधार
बिहार में रेल विकास की नई पहल
बिहार में विधानसभा चुनावों के बीच राजनीतिक गतिविधियों के साथ-साथ विकास कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। राज्य में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और परिवहन कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए हाल ही में तीन नए रेल प्रोजेक्ट्स की घोषणा की गई है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इन प्रोजेक्ट्स की जानकारी दी।
भागलपुर-जमालपुर तीसरी लाइन
इस प्रोजेक्ट की लागत 1156 करोड़ रुपये है और इसकी लंबाई 53 किलोमीटर होगी। यह भागलपुर और जमालपुर रेलवे स्टेशनों के बीच तीसरी रेलवे लाइन बिछाने का कार्य है। इससे ट्रेनों का संचालन अधिक सुगम होगा और समय पर पहुंचने में मदद मिलेगी। विशेष रूप से, यह मालगाड़ियों के लिए फायदेमंद साबित होगा जो कोयला लेकर जाती हैं।
बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया दोहरीकरण
इस प्रोजेक्ट पर 2017 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसकी लंबाई 104 किलोमीटर है। यह पटना, नालंदा और नवादा जिलों को जोड़ता है। इससे इन जिलों में ट्रेनों की संख्या और परिचालन में वृद्धि होगी। यह प्रोजेक्ट अभी निर्माण के पहले चरण में है और अगले 4-5 वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है।
रामपुरहाट-भागलपुर दोहरीकरण
इस दोहरीकरण प्रोजेक्ट की लंबाई 177 किलोमीटर है और इसकी लागत 3000 करोड़ रुपये है। यह बिहार को झारखंड और पश्चिम बंगाल से जोड़ेगा, जिससे यात्रा का समय कम होगा। हालांकि, अभी तक इसके सटीक समय का अनुमान नहीं लगाया गया है।