×

बेंगलुरु में IPL भगदड़: पिता का दर्दनाक वीडियो हुआ वायरल, 11 की मौत

बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में IPL के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई, जिसमें 21 वर्षीय भौमिक लक्ष्मण भी शामिल थे। उनके पिता का अपने बेटे की कब्र पर रोते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस घटना ने राजनीतिक विवाद भी खड़ा कर दिया है, जिसमें भाजपा ने सरकार पर आरोप लगाए हैं। जानें इस दुखद घटना के पीछे की पूरी कहानी और उसके परिणाम।
 

बेंगलुरु में IPL का जश्न बना मातम

बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दौरान रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत का जश्न उस समय दुखदायी हो गया जब भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई और लगभग 47 अन्य घायल हो गए। इस घटना के बाद एक पिता का अपने बेटे की कब्र पर रोते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसने सभी का दिल तोड़ दिया।


भौमिक लक्ष्मण की कहानी

भीड़ में शामिल थे भौमिक लक्ष्मण


21 वर्षीय भौमिक लक्ष्मण, जो इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र थे, इस भीड़ का हिस्सा थे जो विजेता टीम के खिलाड़ियों को देखने के लिए स्टेडियम के बाहर इकट्ठा हुए थे। दुर्भाग्यवश, इसी भगदड़ में उनकी जान चली गई। उनके पिता, बीटी लक्ष्मण, ने बेटे की कब्र पर सिर टिकाकर कहा, 'मैं कहीं और नहीं जाना चाहता, मैं यहीं रहना चाहता हूँ।' उनका दर्द उस समय और बढ़ गया जब उन्होंने कहा कि जो मेरे बेटे के साथ हुआ, वह किसी और के साथ न हो।


सरकार से अपील

लक्ष्मण ने मीडिया से बातचीत में सरकार से अनुरोध किया कि उनके बेटे का पोस्टमार्टम न किया जाए। उन्होंने कहा, 'वह मेरा इकलौता बेटा था, कृपया उसके शरीर को न काटें।'


राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

इस दुखद घटना पर राजनीति भी गरमा गई है। भाजपा ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर तीखा हमला किया है। कर्नाटक भाजपा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो साझा करते हुए दोनों नेताओं को 'हत्यारा' तक कह डाला। उनका आरोप है कि आरसीबी के स्वागत समारोह को विधान सौध में आयोजित करने की जिद ने यह त्रासदी खड़ी की।


निलंबन और गिरफ्तारी

कई वरिष्ठ अधिकारियों का निलंबन


इस घटना के बाद चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, सरकार ने मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव और खुफिया प्रमुख को भी उनके पद से हटा दिया है। कांग्रेस ने भाजपा पर इस त्रासदी को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है और पीड़ित परिवारों की मदद का भरोसा दिया है।