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भागीरथ मांझी को मिला नया घर, राहुल गांधी की मदद से बनी सुविधा

भागीरथ मांझी, जो 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी के बेटे हैं, ने बताया कि राहुल गांधी ने उनके परिवार के लिए एक पक्का घर बनवाया है। यह घर बिना किसी हंगामे के एक महीने में तैयार हुआ और इसकी चाबी भी राहुल गांधी ने परिवार को सौंपी। दशरथ मांझी की अदम्य इच्छाशक्ति और संघर्ष की कहानी आज भी लोगों को प्रेरित करती है। जानें इस प्रेरणादायक घटना के बारे में और कैसे यह परिवार राहत महसूस कर रहा है।
 

भागीरथ मांझी का नया घर

भागीरथ मांझी का नया घर: बिहार के गया जिले के प्रसिद्ध 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी के पुत्र भागीरथ मांझी ने जानकारी दी है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उनके परिवार के लिए एक पक्का घर बनवाया है। दशरथ मांझी को उनकी अदम्य इच्छाशक्ति और संघर्ष के लिए जाना जाता है। उन्होंने अकेले 22 वर्षों तक हथौड़ा और छेनी से पहाड़ काटकर रास्ता बनाया, ताकि गांव के लोगों को सुविधाएं मिल सकें।


भागीरथ मांझी ने बताया कि जब उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात की, तो उन्होंने केवल इतना कहा कि वे आकर उस रास्ते को देखें, जिसे उनके पिता ने अपनी मेहनत से बनाया था। इस मुलाकात में उन्होंने घर बनाने की कोई मांग नहीं की थी, न ही राहुल गांधी ने कोई वादा किया था, लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि राहुल गांधी ने उनके परिवार के लिए घर बनाने की व्यवस्था की है।


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एक महीने में घर का निर्माण

एक महीने के भीतर बनवाया घर


भागीरथ मांझी ने बताया कि राहुल गांधी ने बिना किसी हंगामे के एक महीने के भीतर घर बनवाया और अपने गया दौरे के दौरान परिवार को उसकी चाबी भी सौंपी। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक बड़ी मदद है और इसके लिए वे राहुल गांधी के प्रति आभारी हैं।


प्रेरणा का स्रोत

आज भी लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत


'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी का नाम उन लोगों में लिया जाता है जिन्होंने असंभव को संभव कर दिखाया। उन्होंने गया जिले के गहलौर पहाड़ को काटकर सड़क बनाई, ताकि उनके गांव के लोग अस्पताल और अन्य बुनियादी सुविधाओं तक आसानी से पहुंच सकें। उनका यह कार्य आज भी लोगों को प्रेरित करता है। दशरथ मांझी का जीवन गरीबी और संघर्ष से भरा था। वे चाहते थे कि उनके गांव के लोग बेहतर जीवन जी सकें और इसके लिए उन्होंने अकेले पहाड़ काटकर इतिहास रच दिया। उनके निधन के बाद उनके परिवार ने भी कई कठिनाइयों का सामना किया है। अब राहुल गांधी की मदद से उनके परिवार को राहत मिली है।