भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता: ट्रंप के बदलते रुख से सतर्क रहना होगा
भारत और अमेरिका के रिश्तों में उतार-चढ़ाव
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को फूंक फूंक कर रखना होगा हर कदम
नई दिल्ली: पिछले 40 दिनों में भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। 31 जुलाई को अमेरिका ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की, और फिर 6 अगस्त को एक बार फिर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया। इसके बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत के खिलाफ लगातार बयानबाजी की।
हालांकि, एससीओ की बैठक के दौरान भारत के चीन के करीब आने और रूस के साथ संबंधों में मजबूती को देखकर ट्रंप का रुख बदल गया है। अब वे भारत के साथ पुराने संबंधों और प्रधानमंत्री मोदी के साथ दोस्ताना रिश्तों की बात कर रहे हैं। इससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता जल्द शुरू हो सकती है और अच्छे परिणाम भी मिल सकते हैं।
व्यापार समझौते पर अधिकारियों की राय
नई दिल्ली के अधिकारियों का कहना है कि भारत ने अमेरिका के साथ व्यापारिक बातचीत को बंद नहीं किया है। यह बातचीत जारी रहेगी और इसे अक्टूबर या नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह लक्ष्य पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मिलकर तय किया था। उम्मीद है कि अमेरिका भारत पर लगाए गए 25% अतिरिक्त टैरिफ को हटा देगा, जिससे भारतीय निर्यातकों को राहत मिलेगी। सरकार निर्यातकों के लिए राहत पैकेज पर भी काम कर रही है। लेकिन, अमेरिका के साथ डील को लेकर भारत को अब अधिक सतर्क रहना होगा, क्योंकि इसके पीछे कुछ और मंशा हो सकती है।
विशेषज्ञों की टिप्पणियाँ ट्रंप के व्यवहार पर
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का बदलता व्यवहार भारत को रूस और चीन के साथ अपने बहु-ध्रुवीय संबंधों को कमजोर करने के लिए एक रणनीति हो सकती है। ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत चल रही है।
उन्होंने कहा, 'मैं अपने अच्छे दोस्त, प्रधानमंत्री मोदी से आने वाले हफ्तों में बात करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे विश्वास है कि हम दोनों देशों के लिए एक सफल निष्कर्ष पर पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी।' पीएम मोदी ने भी विश्वास जताया कि व्यापारिक बातचीत भारत-अमेरिका की साझेदारी की असीम संभावनाओं को खोलेगी। उन्होंने कहा, 'हमारी टीमें इन चर्चाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए काम कर रही हैं।'