भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में ट्रंप का नरम रुख, टैरिफ में राहत
ट्रंप प्रशासन की नई घोषणा
नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर चल रही बातचीत के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक सकारात्मक कदम उठाते हुए भारत को महत्वपूर्ण राहत प्रदान की है। ट्रंप प्रशासन ने भारतीय वस्तुओं पर जवाबी टैरिफ लगाने के अपने निर्णय को 1 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया है। यह निर्णय 9 जुलाई की डेडलाइन समाप्त होने से एक दिन पहले आया है, जिससे भारतीय निर्यातकों को बड़ी राहत मिली है और दोनों देशों को व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए और समय मिल गया है।
भारत का नाम नई शुल्क सूची में नहीं
सोमवार को ट्रंप प्रशासन ने कई देशों को नए शुल्कों की जानकारी देते हुए एक 'पत्र' भेजा, लेकिन इस सूची में भारत का नाम शामिल नहीं था। उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने 2 अप्रैल को भारतीय उत्पादों पर 26% का अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिसे 90 दिनों के लिए स्थगित किया गया था। यह अवधि 9 जुलाई को समाप्त हो रही थी, जिसे अब 1 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है।
विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
इस निर्णय पर विशेषज्ञों ने संतुलित प्रतिक्रिया दी है। अंतरराष्ट्रीय व्यापार विशेषज्ञ विश्वजीत धर ने इसे भारत के लिए राहत का संकेत बताया और कहा, “यह राहत की बात है और यह भारत द्वारा कुछ मुद्दों पर कड़े रुख अपनाने के कारण आई है।” वहीं, मुंबई के निर्यातक शरद कुमार सराफ ने राष्ट्रपति ट्रंप को “बहुत अप्रत्याशित” बताते हुए कहा कि यह राहत सीमित समय के लिए है और भारतीय निर्यातकों को नए बाजारों की खोज करनी चाहिए।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंध
वित्त वर्ष 2021-22 से अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बना हुआ है। वित्त वर्ष 2024-25 में दोनों देशों के बीच वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जिसमें भारत का पलड़ा भारी रहा।
द्विपक्षीय व्यापार समझौते की बातचीत
वर्तमान में, दोनों देश एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा कर रहे हैं, जिसका पहला चरण इस साल सितंबर-अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, भारत ने अंतरिम समझौते पर अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया है और अब अमेरिका की बारी है।