भारत का प्रतिनिधित्व: न्यूयॉर्क में यूएनजीए के 80वें सत्र में सांसदों का दौरा
भारत के सांसद न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में भाग लेने के लिए दो प्रतिनिधिमंडल भेजेंगे। पहले समूह का नेतृत्व भाजपा सांसद पीपी चौधरी करेंगे, जबकि दूसरे का नेतृत्व दग्गुबाती पुरंदेश्वरी करेंगी। ये प्रतिनिधिमंडल वैश्विक मंच पर भारत की लोकतांत्रिक विविधता को उजागर करेंगे और महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। जानें इस यात्रा के बारे में और क्या है इसके पीछे की परंपरा।
Oct 6, 2025, 20:01 IST
भारत का प्रतिनिधित्व
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 80वें सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए सांसदों के दो बहुदलीय समूह न्यूयॉर्क जाएंगे, जो देश की लोकतांत्रिक विविधता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करेंगे। पहले प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा सांसद पीपी चौधरी करेंगे, जो 8 से 14 अक्टूबर तक न्यूयॉर्क में रहेंगे। वहीं, दूसरे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा सांसद दग्गुबाती पुरंदेश्वरी करेंगी, जो 27 अक्टूबर को न्यूयॉर्क का दौरा करेंगे। एक सांसद ने बताया कि ये प्रतिनिधिमंडल गैर-आधिकारिक हैं और केवल राज्य का प्रतिनिधित्व नहीं करते, बल्कि भारत के संसदीय लोकतंत्र की सामूहिक आवाज़ को भी दर्शाते हैं।
चौधरी के समूह में 15 सदस्य शामिल हैं, जिनमें भाजपा के अनिल बलूनी, निशिकांत दुबे और उज्ज्वल निकम, कांग्रेस के विवेक तन्खा और कुमारी शैलजा, समाजवादी पार्टी के राजीव राय और आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन शामिल हैं। दूसरे प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद वी डी शर्मा, दिलीप सैकिया और रेखा शर्मा, राजद के मनोज कुमार झा, द्रमुक के पी विल्सन, टीएमसी (एम) के जी के वासन और आप के संदीप कुमार पाठक जैसे अन्य सदस्य शामिल हैं। पुरंदेश्वरी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां सदस्य देश शांति, सुरक्षा, मानवाधिकार, विकास और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग जैसे प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं। मैं विश्व मंच पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने और इन महत्वपूर्ण विचार-विमर्शों में योगदान देने के लिए उत्सुक हूँ।
एक अधिकारी ने बताया कि भारत में संयुक्त राष्ट्र महासभा में संसदीय प्रतिनिधिमंडल भेजने की एक लंबी परंपरा रही है, जिससे सांसदों को अंतर्राष्ट्रीय संवाद में भाग लेने का अवसर मिलता है, हालांकि 2004 में इस प्रथा में अस्थायी रुकावट आई थी।