भारत का सोने के बाजार में बढ़ता प्रभाव: 15% हिस्सेदारी
भारत ने वैश्विक सोने के बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत किया है, अब इसका हिस्सा 15% है। यह वृद्धि 2005 में 7% से बढ़कर हुई है। इस लेख में जानें कि कैसे भारत की समृद्धि, सांस्कृतिक महत्व और बढ़ती क्रय शक्ति ने सोने की मांग को प्रभावित किया है। क्या यह प्रवृत्ति भविष्य में भी जारी रहेगी? पढ़ें पूरी जानकारी के लिए।
Jul 7, 2025, 16:37 IST
भारत की सोने की बाजार में स्थिति
भारत ने वैश्विक सोने के बाजार में अपनी एक महत्वपूर्ण पहचान स्थापित की है। वर्तमान में, यह बाजार लगभग 23 ट्रिलियन डॉलर का है, जिसमें भारत का हिस्सा 15% है। यह आंकड़ा देश की आर्थिक शक्ति में वृद्धि को दर्शाता है। यदि हम 2005 के आंकड़ों से इसकी तुलना करें, तो उस समय भारत का हिस्सा केवल 7% था, जो अब लगभग दोगुना हो चुका है।इस उल्लेखनीय वृद्धि के पीछे कई कारण हैं। भारत की बढ़ती समृद्धि, सोने का सांस्कृतिक महत्व, और महंगाई से बचाव के लिए इसे सुरक्षित निवेश मानने की प्रवृत्ति, ये सभी कारक मिलकर सोने की मांग को बढ़ाते हैं।
भारत, जो दुनिया का सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है, का बढ़ता मध्यम वर्ग और बढ़ती क्रय शक्ति शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों से सोने की मांग को प्रोत्साहित कर रही है। यह प्रवृत्ति भारत की केंद्रीय भूमिका को वैश्विक सोने के बाजार में रेखांकित करती है और आने वाले वर्षों में निरंतर वृद्धि का संकेत देती है।